सूर्यभानु गुप्त वाक्य
उच्चारण: [ sureybhaanu gaupet ]
उदाहरण वाक्य
- सूर्यभानु गुप्त की 4 लाईने याद आ रही हैं,-
- शाम के वक़्त कभी घर में अकेले न रहो! / सूर्यभानु गुप्त
- सूर्यभानु गुप्त ने हिन्दी गज़ल में विशेष प्रतिष्ठा पाई है ।
- सूर्यभानु गुप्त की गज़लें और कैलाश गौतम की कवितायें ही पसंद आतीं.
- सूर्यभानु गुप्त का यह शेर इसी सतर्कता की मिसाल है-चाँद-दरिया, चश्मेतर जिंदगी,/ख्ूबसूरत ग़मों का सफ़र जिंदगी।”
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- गीतकार सूर्यभानु गुप्त से लेकर पत्रकार कैलाश सेंगर तक दो दर्जन कवि बड़ी अच्छी ग़ज़लें लिख रहे हैं।
- गीतकार सूर्यभानु गुप्त से लेकर पत्रकार कैलाश सेंगर तक दो दर्जन कवि बड़ी अच्छी ग़ज़लें लिख रहे हैं।
- कवि सूर्यभानु गुप्त की इन पंक्तियों में रोटी की गोलाई को ही भूख के प्रतीक के रूप में रेखांकित किया गया है।
- क वि सूर्यभानु गुप्त की इन पंक्तियों में रोटी की गोलाई को ही भूख के प्रतीक के रूप में रेखांकित किया गया है।