सौत्रांतिक वाक्य
उच्चारण: [ sauteraanetik ]
उदाहरण वाक्य
- चार्वाक · आजीविक · जैन (अनेकान्तवाद · स्यादवाद) · बौद्ध (शून्यता · माध्यमक · योगाचार · सौत्रांतिक · स्वतांत्रिक)
- चार्वाक · आजीविक · जैन (अनेकान्तवाद · स्यादवाद) · बौद्ध (शून्यता · माध्यमक · योगाचार · सौत्रांतिक · स्वत
- यशोमित्र ने सौत्रांतिकों के नामार्थ पर कहा है “ये सूत्रप्रामाणिका न तु शास्त्रप्रामाणिकास्ते सौत्रांतिका: ।” युवान्-च्वांग ने कुमारलब्ध (कुमारलात) को सौत्रांतिक संप्रदाय का प्रवर्तक बताया है।
- आचार्य नरेंद्र देव ने अपने ग्रंथ में हीनयान से महायान की उत्पत्ति, स्थविरवाद का समाधिमार्ग निर्वाण, अनात्मवाद, अनीश्वरवाद, क्षणभंगवाद सभी पर विमर्श करते हुए बौद्ध साहित्य में जन्मे सर्वास्तिवाद वद्रयान सौत्रांतिक आदि का भी निर्वचन किया है।
- इसकी पदार्थ कल्पना वैभाषिक के समान ही है, अंतर केवल इतना है कि वैभाषिक न्याय में “ज्ञेय” और “ज्ञान” दोनों को प्रत्यक्ष माना जाता है और सौत्रांतिक न्याय में ज्ञान को प्रत्यक्ष तथा ज्ञेय को अतींद्रिय एवं ज्ञानानुमेय माना जाता है।
- इसकी पदार्थ कल्पना वैभाषिक के समान ही है, अंतर केवल इतना है कि वैभाषिक न्याय में “ज्ञेय” और “ज्ञान” दोनों को प्रत्यक्ष माना जाता है और सौत्रांतिक न्याय में ज्ञान को प्रत्यक्ष तथा ज्ञेय को अतींद्रिय एवं ज्ञानानुमेय माना जाता है।