स्वरूप दामोदर वाक्य
उच्चारण: [ sevrup daamoder ]
उदाहरण वाक्य
- महाप्रभु ने जब इस पर आश्चर्य व्यक्त किया तो स्वरूप दामोदर ने कहा-” इस में आश्चर्य की क्या बात है?
- नित्यानंद, सनातन, रूप, स्वरूप दामोदर, अद्वैताचार्य, श्रीबस, हरिदास, मुरारी, गदाधर सरीखे समर्थकों ने चैतन्य का समर्थन किया और उनके संग-संग देश भर में कान्हा नाम का प्रचार करते रहे।
- महाभाव के मूर्त विग्रह महाप्रभु प्रेमभक्ति धर्म के विरुद्ध या रसाभासयुक्त कोई गीत या रचना नहीं सुन सकते थें उन्हें जब कोई गीत, श्लोक या ग्रन्थ सुनाना होता, तो पहले स्वरूप दामोदर उसकी परीक्षा करते।
- स्वरूप दामोदर के अतिरिक्त और कोई उनका मनोभाव न समझ सकां रूप ने श्लोक सुन उसी समय उस श्लोक का अर्थ सूचक एक श्लोक बनायां दूसरे दिन प्रात: उसे एक ताल-पत्र में लिख कुटिया के छप्पर में उड़सकर समुद्र स्नान को चले गये।