हख़ामनी वंश वाक्य
उच्चारण: [ hekhameni vensh ]
उदाहरण वाक्य
- इतिहास में फ़ारस के हख़ामनी वंश को ही भारत पर चढ़ाई करने वाला पहला विदेशी वंश माना जाता है।
- इतिहास में फ़ारस के हख़ामनी वंश को ही भारत पर चढ़ाई करने वाला पहला विदेशी वंश माना जाता है।
- इस मार्ग का निर्माण हख़ामनी वंश के राजाओं कुरोश और दारयुश के शासनकाल में लगभग 2500 वर्ष पूर्व किया गया।
- प्राचीन ईरान के हख़ामनी वंश का प्रसिद्ध शासक था जिसे इतिहास में धार्मिक सहिष्णुता तथा अपने शिलालेखों के लिए जाना जाता है ।
- दारयुश या डैरियस प्राचीन ईरान के हख़ामनी वंश का प्रसिद्ध शासक था जिसे इतिहास में धार्मिक सहिष्णुता तथा अपने शिलालेखों के लिए जाना जाता है ।
- हख़ामनी वंश या हख़ामनश (अंग्रेज़ी तथा ग्रीक में एकेमेनिड, Achaemenid, अजमीढ़ साम्राज्य (ईसापूर्व 648-ईसापूर्व 330) प्राचीन ईरान (फ़ारस) का एक शासक वंश था ।
- पर दूसरी सदी के बाद से सासानी लोग, जो प्रचीन हख़ामनी वंश से अपने को जोड़ते थे और उन्हीं प्रदेश (आज का फ़ार्स प्रंत) से आए थे, की शक्ति में उत्तरोत्तर वृद्धि हुई।
- मेरे द्वारा इस विषय पर सम्पादित लेखों में-मौर्य राजवंश, सिंधुघाटी सभ्यता, ईरान का इतिहास, बाबर, हख़ामनी वंश, श्रीलंका का इतिहास, मध्यकालीन भारत, शिवाजी, नादिर शाह प्रमुख हैं ।