हफ़्ता वसूली वाक्य
उच्चारण: [ hefaa vesuli ]
उदाहरण वाक्य
- यदि ये आम जनता की गाढी कमाई में से टैक्स रूपी हफ़्ता वसूली का ही हिस्सा था तो फ़िर तो यकीनन ये उनकी कमाई में से भी गया होगा जिनके अपनों को इस कसाब कसाई के लोगों ने मारा ।
- आशा ही की जा सकती है कि अन्य राज्य सरकारों को भी अक्ल आएगी और वो मुख्यमंत्री के जन्मदिन मनाने के लिए हफ़्ता वसूली की जगह राज्य की भलाई के लिए काम करें तो जनता रोज ही मुख्यमंत्री का जन्मदिन मनाए!!
- आशा ही की जा सकती है कि अन्य राज्य सरकारों को भी अक्ल आएगी और वो मुख्यमंत्री के जन्मदिन मनाने के लिए हफ़्ता वसूली की जगह राज्य की भलाई के लिए काम करें तो जनता रोज ही मुख्यमंत्री का जन्मदिन मनाए!!
- भुखमरी, ग़रीबी और सामाजिक असमानता जैसी बदसूरत व्यवस्था को एक ख़ूबसूरत तस्वीर बनाने, समाज में इंक़लाब लाने का स्वपन अब केवल हफ़्ता वसूली, महिलाओं से दुराचार, ज़मीनों पे कब्ज़े और लूट-पाट जैसी बदनुमा हक़ीक़त में तब्दील हो गया हैं!
- हालाँकि मेरा पसंदीदा डोगा कॉमिक्स ७८६ थी, क्यूंकी वह रियलिस्टिक थी और शुरुआती सीन तो [डॉक्स पर हफ़्ता वसूली वाला] अमिताभ बच्चन की दीवार फिल्म से लिया गया:), खैर इस कॉमिक्स में मोनिका का अपीयरेन्स काफ़ी कुछ स्पाइडरमॅन की मेरी जेन जैसा लगा.
- हालाँकि मेरा पसंदीदा डोगा कॉमिक्स ७ ८ ६ थी, क्यूंकी वह रियलिस्टिक थी और शुरुआती सीन तो [डॉक्स पर हफ़्ता वसूली वाला] अमिताभ बच्चन की दीवार फिल्म से लिया गया:), खैर इस कॉमिक्स में मोनिका का अपीयरेन्स काफ़ी कुछ स्पाइडरमॅन की मेरी जेन जैसा लगा.
- अच्छा भाई अब अपुन चलेगा..क्या? आज जुम्मा है ना और जुम्मे को अपुन हफ़्ता वसूली करता है ना..नईं तो लोग निकल जायेंगे…मैं अबी की अबी गया और अबी की अबी हफ़्ता वसूली करके वापस आता है ना भाई… भाई वो बोल रयेला है…अरे सत्यानाशी ताऊ..मैने तेरा क्या बिगाडा था?….. हल्लो अरे मुन्ना भाई..मैं सर्किट बोल रयेला हूं दिल्ली एयरपोर्ट से…
- अच्छा भाई अब अपुन चलेगा..क्या? आज जुम्मा है ना और जुम्मे को अपुन हफ़्ता वसूली करता है ना..नईं तो लोग निकल जायेंगे…मैं अबी की अबी गया और अबी की अबी हफ़्ता वसूली करके वापस आता है ना भाई… भाई वो बोल रयेला है…अरे सत्यानाशी ताऊ..मैने तेरा क्या बिगाडा था?….. हल्लो अरे मुन्ना भाई..मैं सर्किट बोल रयेला हूं दिल्ली एयरपोर्ट से…
- चलने से पहले अड्डे वालों को बताना होता है, लोकल नेता लोगों की मंजूरी लेनी होती है, बड़े साब लोगों को बताना होता है कि इस बार इस अड्डे से हफ़्ता वसूली नहीं हो पाएगी, पक्का करना पड़ता है कि पुलिस के पहुंचने से पहले अड्डे से सब साफ को किया जा चुका है न... आदि आदि...
- पुलिस को बहुत काम होते हैं...चलने से पहले अड्डे वालों को बताना होता है, लोकल नेता लोगों की मंजूरी लेनी होती है, बड़े साब लोगों को बताना होता है कि इस बार इस अड्डे से हफ़्ता वसूली नहीं हो पाएगी, पक्का करना पड़ता है कि पुलिस के पहुंचने से पहले अड्डे से सब साफ को किया जा चुका है न... आदि आदि...ऐसे में अगर पुलिस लेट पहुंचे तो बुरा नहीं मानना चाहिये.