हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन वाक्य
उच्चारण: [ hinedusetaan sosheliset ripebliken esosieshen ]
उदाहरण वाक्य
- तने अधिक उद्विग्न हुए कि पण्डित चन्द्रशेखर आजाद के साथ उनकी पार्टी हिन्दुस्तान रिपब्लिकन ऐसोसिएशन से जुड गये और उसे एक नया नाम दिया हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन ।
- लाला लाजपतराय की हत्या का बदला लेने के लिए ' हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन ' ने भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, आजाद और जयगोपाल को यह कार्य दिया।
- इस घटना में हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन के 45 सदस्यों पर मुकदमा चलाया गया और राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां, राजेंद्र लाहिड़ी तथा रोशन सिंह को फांसी की सजा सुनाई गई।
- इस घटना में हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन के 45 सदस्यों पर मुकदमा चलाया गया और राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां, राजेंद्र लाहिड़ी तथा रोशन सिंह को फांसी की सजा सुनाई गई।
- राष्ट्रीय दमन और अपमान की इस उत्तेजनापूर्ण परिस्थिति में अपने उत्तरदायित्व की गंभीरता को महसूस कर “ हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन ” ने अपनी सेना को यह कदम उठाने की आज्ञा दी है.
- सितम्बर, 1928 में बिखरे हुए क्रान्तिकारी आन्दोलन को देश स्तर पर पुनर्गठित करने के उद्देश्य से ' हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन ' (एच. एस. आर. ए.) का गठन हुआ।
- इस सभा में भगत सिंह के सुझाव पर दल का नाम बदलकर ‘ हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन ' यानि ‘ हिन्दुस्तानी समाजवादी प्रजातंत्र संघ ' कर दिया गया और इसमे श्री चंद्र्शेखर आजाद को पहला सेनापति चुना गया था।
- काकोरी काण्ड से फरार बिस्मिल के सच्चे उत्तराधिकारी पण्दित चन्द्रशेखर आजाद ने युवा क्रान्तिकारी भगत सिंह के साथ मिलकर दिल्ली के फीरोजशाह कोटला मैदान में एक गुप्त मीटिंग करके इस दल को पुनर्जीवित किया और संगठन को एक नया नाम दिया हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन ।
- काकोरी काण्ड में ४ क्रान्तिकारियों को फाँसी व १६ अन्य को कारावास की सजाओं से भगत सिंह इतने अधिक उद्विग्न हुए कि उन्होंने १९२८ में अपनी पार्टी नौजवान भारत सभा का हिन्दुस्तान रिपब्लिकन ऐसोसिएशन में विलय कर दिया और उसे एक नया नाम दिया हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन ।
- काकोरी काण्ड में 4 क्रान्तिकारियों को फांसी और 16 अन्य को कारावास की सजाओं से भगत सिंह इतने अधिक उद्विग्न हुए कि उन्होंने 1928 में अपनी पार्टी नौजवान भारत सभा का हिन्दुस्तान रिपब्लिकन ऐसोसिएशन में विलय कर दिया और उसे एक नया नाम दिया हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन.