अग्रहायण वाक्य
उच्चारण: [ agarhaayen ]
उदाहरण वाक्य
- ज्ञान मंजरी ग्रंथ के अनुसार पौष एवं चैत्र माह में द्वितीया, ज्येष्ठ और फाल्गुन में चतुर्थी, वैशाख तथा सावन में षष्ठी, क्वार और आषाढ़ में अष्टमी, अग्रहायण और भाद्रपद में दशमी और माघ तथा कार्तिक में द्वादशी दग्धा तिथियां होती हैं।
- क्योंकि अग्रहायण शब्द का अर्थ वर्ष का प्रारंभ है, वे इस नतीजे पर पहुँचते हैं कि ऋग्वेद के सभी स्रोत जिनमें इस शब्द का संदर्भ है या इसके साथ जो भी विभिन्न परंपराएँ जुड़ी थीं, की रचना ग्रीक लोगों के हिंदुओं से पृथक होने से पूर्व की गई होगी।
- क्योंकि अग्रहायण शब्द का अर्थ वर्ष का प्रारंभ है, वे इस नतीजे पर पहुँचते हैं कि ऋग्वेद के सभी स्रोत जिनमें इस शब्द का संदर्भ है या इसके साथ जो भी विभिन्न परंपराएँ जुड़ी थीं, की रचना ग्रीक लोगों के हिंदुओं से पृथक होने से पूर्व की गई होगी।
- श्री राम दैवज्ञ ने मुहूर्त चिंतामणि ग्रंथ में बताया है कि चैत्र में रोहिणी, अश्विनी, वैशाख में चित्रा, स्वाति, ज्येष्ठ में उत्तराषाढ़ा, पुष्य, आषाढ़ में पूर्वा फाल्गुनी, धनिष्ठा, सावन में उत्तराषाढ़ा और श्रवण, भाद्रपद में शतभिषा और रेवती, क्वार में पूर्वा भाद्रपद, कार्तिक में कृत्तिका, मघा, अग्रहायण में चित्रा, विशाखा, पौष में आद्र्रा, अश्विनी, माघ में श्रवण, मूल और फाल्गुन में भरणी तथा ज्येष्ठा नक्षत्र शून्य नक्षत्र होते हैं।