अथर्ववेद संहिता वाक्य
उच्चारण: [ atherveved senhitaa ]
उदाहरण वाक्य
- अथर्ववेदः-अथर्ववेद संहिता के बारे में कहा गया है कि जिस राजा के राज्य में अथर्ववेद जानने वाला विद्वान् शान्तिस्थापन के कर्म में निरत रहता है, वह राष्ट्र उपद्रवरहित होकर निरन्तर उन्नति करता जाता हैः-यस्य
- अथर्ववेद: अथर्ववेद संहिता के बारे में कहा गया है कि जिस राजा के राज्य में अथर्ववेद जानने वाला विद्वान शांति स्थापन के कर्म में निरत रहता है, वह राष्ट्र उपद्रवरहित होकर निरंतर उन्नति करता जाता है-यस्य राज्ञो जनपदे अथर्वा शांतिपारग: ।
- अधुनिक विद्वान् भी इस तथ्य को स्वीकार करने लगे हैं कि समस्त स्वर, ताल, लय, छंद, गति, मन्त्र,स्वर-चिकित्सा, राग नृत्य मुद्रा, भाव आदि सामवेद से ही निकले हैं अथर्ववेदः-अथर्ववेद संहिता के बारे में कहा गया है कि जिस राजा के रज्य में अथर्ववेद जानने वाला विद्वान् शान्तिस्थापन के कर्म में निरत रहता है, वह राष्ट्र उपद्रवरहित होकर निरन्तर उन्नति करता जाता हैः-यस्य