आइन-ए-अकबरी वाक्य
उच्चारण: [ aain-akebri ]
उदाहरण वाक्य
- गोस्वामी तुलसीदास का नाम न तो आइन-ए-अकबरी और न समकालीन फारसी इतिहासकारों पर आधारित यूरोपीय लेखकों के ग्रन्थ में मिलेगा, फिर भी वह भारत में अपने समय के सबसे महान पुरुष थे।
- आइन-ए-अकबरी मेंअबुल फजल ने किन्नरी, वीणा और जंत्र (यंत्र) के स्पष्ट संबंध का वर्णनकिया है, वह कहते हैं, "यंत्र गज भर लंबी खोखली लकड़ी की ग्रीवा का बना होता है जिसके दोनोंसिरों पर आधे तुंबे लगे होते हैं.
- तो हम बता रहे थे कि अकबर के काल में ' ' आइन-ए-अकबरी ' एवं जहाँगीर के काल में ' तुजुक-ए-जहाँगीरी ' लिखी गईं जब शाहजहाँ शासनारूढ़ हुआ तो उसे भी एक ऐसे ही विद्वान् की आवश्यकता हुई जो दरबार में इस पद को सम्भाले।
- [14] कई बार हमीदा बानु बेगम से हुमायुं की पहली पत्नी हाजी बेगम का भ्रम भी होता है, हालांकि १६वीं शताब्दी में लिखे ब्यौरेवार आइन-ए-अकबरी के अनुसार एक अन्य हाजी बेगम भी थीं, जो हुमायुं की ममेरी बहन थी और बाद में उसकी बेगम बनी; उसको मकबरे का दायित्व सौंपा गया था।
- [14] कई बार हमीदा बानु बेगम से हुमायुं की पहली पत्नी हाजी बेगम का भ्रम भी होता है, हालांकि १ ६ वीं शताब्दी में लिखे ब्यौरेवार आइन-ए-अकबरी के अनुसार एक अन्य हाजी बेगम भी थीं, जो हुमायुं की ममेरी बहन थी और बाद में उसकी बेगम बनी ; उसको मकबरे का दायित्व सौंपा गया था।