इन्द्रायण वाक्य
उच्चारण: [ inedraayen ]
उदाहरण वाक्य
- इन्द्रायण की जड़ को बारीक कूट-पीसकर, कपडे़ द्वारा छानकर एरण्ड के तेल में मिलाकर अण्डकोषों पर लेप करने से अण्डकोष सूजन की बीमारी मिट जाती है।
- इन्द्रायण की जड़ और उसके फूल के नीचे की कली को तेल में पीसकर गाय के दूध के साथ खाने से आंत्रवृद्धि में लाभ होता है।
- इन्द्रायण के फलों का चूर्ण लगभग 1 ग्राम का चौथा भाग या जड़ का पाउडर 1 से 3 ग्राम सुबह शाम खाने से फायदा होता है।
- इन्द्रायण की जड़ का चूर्ण 1-3 ग्राम सुबह-शाम सोंठ और गुड़ के साथ देने से कब्ज दूर होती है और पेट साफ हो जाता है।
- भाकुरा (इन्द्रायण का ही एक भेद) की जड़ का चूर्ण 1 से 3 ग्राम सोंठ और गुड़ के साथ खाने से कब्ज दूर होता है।
- इन्द्रायण इन्द्रायण की जड़ और पुष्करमूल को तेल में पीसकर गाय के दूध के साथ सेवन करने से कुछ दिनों में अण्डकोष का बढ़ना समाप्त हो जाता है।
- इन्द्रायण इन्द्रायण की जड़ और पुष्करमूल को तेल में पीसकर गाय के दूध के साथ सेवन करने से कुछ दिनों में अण्डकोष का बढ़ना समाप्त हो जाता है।
- मघां, यवक्षार, मैनफ़ल, दन्तीत्वक, इन्द्रायण मूल, तिलकाले, पुराण गुड़, एरण्डकारण मिंगी, इन सब को पीस कर वर्तिकर सुखा लें ।
- बड़ी इलायची के दाने 250 ग्राम, इन्द्रायण की गिरी बिना बीजों का 10 ग्राम की मात्रा में पीसकर छोटी-छोटी गोलियां बनाकर सुबह-शाम देने से पेट की गैस कम हो जाती है।
- इन्द्रायण के फल में छेद करके इसमें कालीमिर्च भरकर छेद को बन्द करके धूप में सूखने के लिए रख दें या आग के पास भूमल में कुछ दिन तक पड़ा रहने दें।