ईरानी साम्राज्य वाक्य
उच्चारण: [ eaani saameraajey ]
उदाहरण वाक्य
- उसने अपना जीवन विपन्नता से आरंभ किया था और फारस का शाह ही न बना बल्कि उसने उस समय ईरानी साम्राज्य के सबल शत्रु उस्मानी साम्राज्य और रूसी साम्राज्य को ईरानी क्षेत्रों से बाहर निकाला।
- उसने अपना जीवन दासता से आरंभ किया था और फारस का शाह ही नहीं बना बल्कि उसने उस समय ईरानी साम्राज्य के सबल शत्रु उस्मानी साम्राज्य और रूसी साम्राज्य को ईरानी क्षेत्रों से बाहर निकाला।
- उसने अपना जीवन विपन्नता से आरंभ किया था और फारस का शाह ही न बना बल्कि उसने उस समय ईरानी साम्राज्य के सबल शत्रु उस्मानी साम्राज्य और रूसी साम्राज्य को ईरानी क्षेत्रों से बाहर निकाला।
- उसने अपना जीवन विपन्नता से आरंभ किया था और फारस का शाह ही न बना बल्कि उसने उस समय ईरानी साम्राज्य के सबल शत्रु उस्मानी साम्राज्य और रूसी साम्राज्य को ईरानी क्षेत्रों से बाहर निकाला।
- उसने अपना जीवन दासता से आरंभ किया था और फारस का शाह ही नहीं बना बल्कि उसने उस समय ईरानी साम्राज्य के सबल शत्रु उस्मानी साम्राज्य और रूसी साम्राज्य को ईरानी क्षेत्रों से बाहर निकाला।
- लेकिन यह विवाद इस्लाम की तबाही को रोक्ने के लिए वास्तव में हज़रत अली की सूझ बुझ के कारण टल गया अबु बक्र के कार्यकाल में पूर्वी रोमन साम्राज्य और ईरानी साम्राज्य से मुसलमान फौजों की लड़ाई हूई।
- चंद्रगुप्त के पहले ईरानी साम्राज्य को सोना देकर नि: सत्व हो जाने के कारण कहो, या वहां के ब्राह्मण राजाओं के अनाचारों के कारण कहो, वहां की प्रजा बिल्कुल कंगाल और कमजोर हो गई थी।
- मगर असल में ईरानी साम्राज्य पर विजय का महत्व था, इसलिए नहीं कि उनको सभ्य बनाना था, बल्कि इसलिए क्योंकि वो उस समय तक का विश्व का महानतम साम्राज्य था, मध्य एशिया से लीबिया तक फैला हुआ।
- उसने अपना जीवन दासता से आरंभ किया था और अपनी कूटबुद्धि से वह एकदम फारस का शाह ही नहीं बना, बल्कि उसने उस समय ईरानी साम्राज्य के सबल शत्रु उस्मानी साम्राज्य और रूसी साम्राज्य को ईरान, अफगानिस्तान तथा इराक के क्षेत्रों से बाहर निकाला।
- प्रारंभिक ससानी काल में संग्रहीत ये बिखरे हुए ग्रंथ फिर सातवीं शती में ईरानी साम्राज्य के ह्रास के कारण विलुप्त होकर कुल साहित्य वर्तमान समय में लगभग 83, 000 पद्यों में उपलब्ध रह गया है जब कि मौलिक पद्यों की संख्या 20,00,000 थीं, जिसके बारे में प्लिनी का कथन है कि महान् दार्शनिक हर्मिप्पस ने ईसा की शताब्दी के प्रारंभ से तीन शती पूर्व अध्ययन कर डाला था।