ओ३म् वाक्य
उच्चारण: [ o3m ]
उदाहरण वाक्य
- इसके अनुसार परमात्मा के मुख्य नाम ओ३म् का जाप न करके अन्य नामों से परमात्मा की स्तुति और उपासना अपूर्ण ही है।
- इसके उपरान्त देवताओं ने मुख में रहने वाले प्राण को ईश्वर की स्तुति अर्थात् ओ३म् के उच्चारण का माध्यम बनाने का प्रयास किया।
- उपनिषद् की कथा के अनुसार देवताओं ने जब नासिका की घ्राण शक्ति को ओ३म् का प्रतीक मानकर उसकी उपासना करने की सोची तो असुरों ने उस घ्राण शक्ति को बींध दिया।
- ओ३म् के उच्चारण का माध्यम प्राण को बनाया गया वह दिन-रात चलता हुआ, बिना थके शरीर को जीवन प्रदान करता है। अतः प्राण, मनुष्य के जीवन के लिए परमात्मा का सच्चा प्रतिनिधि माना जा सकता है।
- जैसे-' चीते की खाल बरामद-चार बन्दी', (बताते चलें कि भारत के जंगलों में चीते के विलुप्त हुए कई दशक बीत चले हैं), 'अनिष्टकारी होगा सूर्यग्रहण', 'पवित्र मरियम की मूर्ति से सुगंधित इत्र का स्राव', 'माहिम (मुंबई) में चमत्कार से मीठा हुआ समुद्र का पानी', 'राची में हनुमान की मूर्ति ने आँखें तरेंरीं', 'गणेश जी ने पुनः शुरू किया दुग्ध पान', 'घरों पर जो ओ३म् नहीं लिखेगा-डायन मार डालेगी','तंत्र-मंत्रों से इलाज कराइए' एवं 'इच्छाधारी नागिन' ने पांच बार डसा'आदि आदि।ऐसी खबरें समाज को किस ओर ले जा रही हैं, यह गम्भीर चिंतन का विषय है।