औंढा वाक्य
उच्चारण: [ aunedhaa ]
उदाहरण वाक्य
- हिंगोली तक पहुंचकर वहां से सीधे औंढा के लिए महाराष्ट्र राज्य परिवहन की बस के द्वारा पहुंचा जा सकता है, या फिर नांदेड पहुँच कर वहां से बसमथ और फिर बस बदल कर औंढा पहुंचा जा सकता है, या फिर हिंगोली या नांदेड से प्राइवेट जीप लेकर भी यहाँ पहुंचा जा सकता है.
- हिंगोली तक पहुंचकर वहां से सीधे औंढा के लिए महाराष्ट्र राज्य परिवहन की बस के द्वारा पहुंचा जा सकता है, या फिर नांदेड पहुँच कर वहां से बसमथ और फिर बस बदल कर औंढा पहुंचा जा सकता है, या फिर हिंगोली या नांदेड से प्राइवेट जीप लेकर भी यहाँ पहुंचा जा सकता है.
- अपने साथी घुमक्कड़ भक्तों की सुविधा के लिए मैं उनका मोबाइल नंबर यहाँ देना चाहूँगा-पं. दीक्षित जी-0 9420576066. ठहरने की व्यवस्था: औंढा, हिंगोली जिले में एक छोटा सा क़स्बा है, जो की हिंगोली शहर से लगभग 30 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है.
- हिंगोली तक पहुंचकर वहां से सीधे औंढा के लिए महाराष्ट्र राज्य परिवहन की बस के द्वारा पहुंचा जा सकता है, या फिर नांदेड पहुँच कर वहां से बसमथ और फिर बस बदल कर औंढा पहुंचा जा सकता है, या फिर हिंगोली या नांदेड से प्राइवेट जीप लेकर भी यहाँ पहुंचा जा सकता है.
- हिंगोली तक पहुंचकर वहां से सीधे औंढा के लिए महाराष्ट्र राज्य परिवहन की बस के द्वारा पहुंचा जा सकता है, या फिर नांदेड पहुँच कर वहां से बसमथ और फिर बस बदल कर औंढा पहुंचा जा सकता है, या फिर हिंगोली या नांदेड से प्राइवेट जीप लेकर भी यहाँ पहुंचा जा सकता है.
- इस सफ़र में हमें कभी ख़ुशी मिली तो कभी गम लेकिन एक सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की सारी परेशानियों के बावजूद हम जिस उद्देश्य से गए थे उसमें हम जरुर सफल हुए, यानी तीनों धार्मिक स्थलों नांदेड गुरुद्वारा, औंढा नागनाथ और परली वैद्यनाथ में हमें बड़े अच्छे से दर्शन एवं पूजन करने का मौका मिला.
- बस अपने इसी विश्वास के साथ हमने घर से कुछ हज़ार रुपये साथ रखे थे जो की धीरे धीरे खर्च होते चले जा रहे थे, जब हम नांदेड से औंढा के लिए निकले तब तक हमारे पास कैश काफी कम हो गया था, लेकिन हमें लग रहा था की पास में ए.टी.एम. कार्ड है कभी भी निकाल लेंगे.
- बस अपने इसी विश्वास के साथ हमने घर से कुछ हज़ार रुपये साथ रखे थे जो की धीरे धीरे खर्च होते चले जा रहे थे, जब हम नांदेड से औंढा के लिए निकले तब तक हमारे पास कैश काफी कम हो गया था, लेकिन हमें लग रहा था की पास में ए.ट ी. एम. कार्ड है कभी भी निकाल लेंगे.
- 2. औंढा नागनाथ मंदिर में पुजारी जी का आत्मीय व्यवहार: आम तौर पर हमारी यह राय होती है की मंदिरों के पण्डे पुजारी हमेशा भक्तों से मोटी दक्षिणा प्राप्त करने के लिए लालायित रहते हैं और बड़े ही मतलबपरस्त होते हैं, मैं भी इस बात से इनकार नहीं करती हुं, ऐसा होता है लेकिन हर बार और हर जगह नहीं.
- 6. अंत भला तो सब भला: इस सफ़र में हमें कभी ख़ुशी मिली तो कभी गम लेकिन एक सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की सारी परेशानियों के बावजूद हम जिस उद्देश्य से गए थे उसमें हम जरुर सफल हुए, यानी तीनों धार्मिक स्थलों नांदेड गुरुद्वारा, औंढा नागनाथ और परली वैद्यनाथ में हमें बड़े अच्छे से दर्शन एवं पूजन करने का मौका मिला.