कमला भसीन वाक्य
उच्चारण: [ kemlaa bhesin ]
उदाहरण वाक्य
- इसी का असर है कि कमला भसीन जैसी नारीवादी कार्यकर्ता टीवी पर आती हैं और पूरी दुनिया के सामने बोलने का साहस करती हैं कि उनके बचपन में कैसे चार से आठ साल की उम्र के बीच तेरह अलग अलग मर्दों ने गलत से तरीके से छूने की कोशिश की।
- अगर आपने सत् यमेव जयते में कमला भसीन को सुना हो, जो खुद लिंगभेद पर काम करने वालों में सबसे आगे रहीं हैं, वे कहती हैं, ' यह तय है कि हमारी समाज पितृसत् तात् मक है, लेकिन इसे इसके उलट मातृसत् तात् मक बनाने के नहीं बल्कि बराबरी का समाज बनाने की जरूरत है।
- पितृसत्ता और मातृसत्ता दोनों को समाज को दुष्मन बताने वाली कमला भसीन बहुत स्पष्टतौर पर समानता की बात करती है और कहती हैं कि इस आयोजन को महिला की खामोषी तोड़ने की शुरुआत और अंत दोनों नहीं कहा जा सकता क्यांेकि उन्होंने स्वयं ये खामोषी आज नहीं कई साल पहले तोड़ी थी और अभी भी बहुत सी ऐसी महिलाएं हैं जिन्हें ये खामोषी तोड़नी है।
- दरअसल पिछले 3-4 सप्ताह से स्त्री विमर्श पर आयोजित एक पुनश्चर्या कार्यक्रम मॆं हिस्सा ले रही थी! इस कार्यक्रम के तहत कई नामी विद्वानों और सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ताओं को सुनना हुआ! कमला भसीन,अपर्णा बासु,विभा चतुर्वेदी,कविता श्रीवास्तव,निर्मला बैनर्जी,ऎन स्टीवर्ट,राकेश चन्द्रा, उमा चक्रवर्ती सरीखे कई वक्ताओं को सुनने का मौका मिला! इस पूरे कार्यक्रम में दिल्ली विशवविद्यालय के शिक्षकों के साथ साथ कई अन्य विश्वविद्यालयों के शिक्षक भी थे!
- दरअसल पिछले 3-4 सप्ताह से स्त्री विमर्श पर आयोजित एक पुनश्चर्या कार्यक्रम मॆं हिस्सा ले रही थी! इस कार्यक्रम के तहत कई नामी विद्वानों और सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ताओं को सुनना हुआ! कमला भसीन,अपर्णा बासु,विभा चतुर्वेदी,कविता श्रीवास्तव,निर्मला बैनर्जी,ऎन स्टीवर्ट,राकेश चन्द्रा, उमा चक्रवर्ती सरीखे कई वक्ताओं को सुनने का मौका मिला! इस पूरे कार्यक्रम में दिल्ली विशवविद्यालय के शिक्षकों के साथ साथ कई अन्य विश्वविद्यालयों के शिक्षक भी थे!
- दरअसल पिछले 3-4 सप्ताह से स्त्री विमर्श पर आयोजित एक पुनश्चर्या कार्यक्रम मॆं हिस्सा ले रही थी! इस कार्यक्रम के तहत कई नामी विद्वानों और सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ताओं को सुनना हुआ! कमला भसीन, अपर्णा बासु, विभा चतुर्वेदी, कविता श्रीवास्तव, निर्मला बैनर्जी, ऎन स्टीवर्ट, राकेश चन्द्रा, उमा चक्रवर्ती सरीखे कई वक्ताओं को सुनने का मौका मिला! इस पूरे कार्यक्रम में दिल्ली विशवविद्यालय के शिक्षकों के साथ साथ कई अन्य विश्वविद्यालयों के शिक्षक भी थे!
- ये देश की जाना मानी संस्था थी एक जमाने में बहुत काम करती थी, फिर राज्य के प्रगतिशील मुख्यमंत्री ने इनकी दूकान बंद करवा दी जबकि इसमे कई वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी जुड़े थे पर जादू चला नहीं देर तक, खैर आजकल ये वामपंथी दूसरी दूकान चलाते है और देश भर में अपने जन-माल को सप्लाय करते है और मोटा रूपया लेकर कंसल्टेंसी करते है, “ खुद को आबाद किया देश बर्बाद किया ” कमला भसीन का एक पुराना गाना है (इति एनजीओ पुराण भाग २ १ समाप्त)