करन अर्जुन वाक्य
उच्चारण: [ kern arejun ]
उदाहरण वाक्य
- गौरतलब है कि इससे पहले सलमान ने शाहरुख के साथ ‘ करन अर्जुन ', ‘ कुछ कुछ होता है ' और ‘ हम तुम्हाइरे हैं सनम ', तीन फिल्मों में काम किया है जिसके बाद उन्होंने कभी भी उनके साथ स्क्रीन शेयर नहीं की।
- यह फिल्म वर्ष की दूसरी सबसे बड़ी हिट फिल्म और इसमें करन की भूमिका ने उसके नाम को एक बार फिर फिल्मफेयर के सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए नामित कर दिया गया जिसमें करन अर्जुन के सह कलाकार शाहरूख खान को यह पुरस्कार दे दिया गया था।
- यह फिल्म वर्ष की दूसरी सबसे बड़ी हिट फिल्म और इसमें करन की भूमिका ने उसके नाम को एक बार फिर फिल्मफेयर के सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए नामित कर दिया गया जिसमें करन अर्जुन के सह कलाकार शाहरूख खान को यह पुरस्कार दे दिया गया था।
- यह फिल्म वर्ष की दूसरी सबसे बड़ी हिट फिल्म और इसमें करन की भूमिका ने उसके नाम को एक बार फिर फिल्मफेयर के सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए नामित कर दिया गया जिसमें करन अर्जुन के सह कलाकार शाहरूख खान को यह पुरस्कार दे दिया गया था।
- सलमान (करन अर्जुन), आमिर खान (बाजी) सैफ अली खान (आशिक आवारा), अक्षय कुमार, गोविंदा, सुनील शेट्टी, सनी देओल (घातक), संजय दत्त (आंदोलन) जैसे नायकों के साथ ममता फिल्में कर रही थी।
- बाद में आई फिल्मों राम और श्याम, त्रिषूल, अमर अकबर एंथोनी, दीवार, परवरिष, राम लखन, करन अर्जुन, सीता और गीता, चालबाज़, किषन कन्हैया आदि पर गंगा जमना के दो भाइयों की कहानी का स्पष्ट प्रभाव देखा जा सकता है।
- रतन जी, सच या झूट तो क्या है भानगढ़ में, ये तो में नहीं जानता, लेकिन भानगढ़ में वहां रहने वाले बन्दर और दूसरे जानवर भी रात्री में भानगढ़ में नहीं रहते है, और खास बात यहाँ करन अर्जुन फिल्म की शूटिंग यहीं पर हुई थी.
- उनके सुरीले गीत ' एक दो तीन ' (तेजाब), ' ये बंधन तो प्यार का बंधन है ' (करन अर्जुन), ' मेरे ख्वाबों में जो आये ' (दिलवाले दुल्हनियां ले जायेंगे), ' ताल से ताल मिला ' (ताल) बहुत प्रसिद्ध हुये।
- फ़रहान का नया लुक आपने फिल्म करन अर्जुन का वह डायलॉग ज़रूर सुना होगा, जिसमें सलमान खान शाहरूख से कहते हैं भाग अर्जुन भाग, अर्जुन तू भाग… अब हो सकता है, आपको फिल्म इंडस्ट्री में एक नया डायलॉग सुनने को मिले, जिसमें बॉलीवुड के सह कलाकार निर्देशक और एक्टर फरहान अख्तर से कहेंगे, भाग मिल्खा भाग
- करन अर्जुन में भी एक्शन था लेकिन वह कहानी से इस कदर जुड़ा हुआ था कि जब छत पर छिपे गांव वाले ईंट पत्थर और सामान फेंक कर अमरीश पुरी और अन्य खलनायकों को मारते हैं तो दर्शकों को यह ध्यान भी नहीं आता कि ये स्टंट बहुत आसान हैं और इनके लिये किसी बड़े विदेशी फाइट डायरेक्टर की जरूरत नहीं है.