कविता के नए प्रतिमान वाक्य
उच्चारण: [ kevitaa k n pertimaan ]
उदाहरण वाक्य
- ‘ कविता के नए प्रतिमान ' में नामवर सिह कुल मिलाकर प्रगतिवाद के विरोध में खड़े हैं, इसीलिए इतनी सख्त आलोचना की जरूरत पड़ी।
- कविता के नए प्रतिमान ' का रूपवाद यह है कि उसमें रूपवाद की आलोचना भी रूपवादी ढंग से की गई है, ऐतिहासिक आधार पर नहीं।
- उनकी कुछ प्रमुख किताबों में कहानी नई कहानी, कविता के नए प्रतिमान, छायावाद, दूसरी परम्परा की खोज और बात-बात में बात आदि है।
- मुझे लगता है कि ‘ कविता के नए प्रतिमान ' में जो नहीं था-परिवर्ती परिस्थितियों के कारण मैं उसे अधिक स्पष्टता से देख पाया।
- कविता के नए प्रतिमान में जो सबसे बड़ा दोष है वह परिप्रेक्ष्य के खो जाने का नहीं है, इतिहास के अदृश्य रह जाने का है.
- कविता के नए प्रतिमान का इतना बड़ा आन्दोलन इसी परंपरागत नैतिकता को तोड़ने के लिए ही खड़ा हुआ October 23 at 12: 42 pm · Like
- कविता के नए प्रतिमान: विसंगति ओर विडंबना का सौंदर्यशास्त्र ' शीर्षक लेख में वे नामवर सिंह के इसी अंतर्विरोध की पहचान करते हुए लिखते हैं “
- ' कविता के नए प्रतिमान ' पर मेरे बहुत सारे सवाल रहे हैं, जिनके बारे में नामवर जी से बहस करने की मेरी बड़ी इच्छा रही है।
- गौरतलब है कि ‘ कविता के नए प्रतिमान ' के सन्दर्भ में उठाये गए ये सवाल इतने लंबे अंतराल के बावजूद आज भी अनुत्तरित और विचारणीय हैं.
- अगर ऐसा ही है तो ‘ कविता के नए प्रतिमान ' में यह काम आप भले नहीं कर पाए, मुक्तिबोध पहले ही यह काम कर गए हैं।