कांति लाल भूरिया वाक्य
उच्चारण: [ kaaneti laal bhuriyaa ]
उदाहरण वाक्य
- सबसे पहले उन्हें आदिवासी मामलों के मंत्री कांति लाल भूरिया को बुलाकर उनसे चर्चा करनी चाहिए थी कि देश भर में केंद्र पोषित कितनी योजनाएं अस्तित्व में हैं और उनकी जमीनी हकीकत क्या है?
- मध्य प्रदेश में कृषि उपज मंडी की चुनाव प्रक्रिया में किए गए बदलाव पर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कांति लाल भूरिया ने सख्त ऐतराज करते हुए कहा कि सरकार ने हार के डर से चुनाव प्रक्रिया को ही बदल दिया है.
- भोपाल। कभी-कभी ऐसा प्रतीत होता है कि मध्य प्रदेश में कांग्रेसी नेताओं को अजीबो-गरीब बयान देने की बीमारी है। इस बार मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कांति लाल भूरिया ने जो बयान दिया है उसने राजनीतिक भूचाल मचा दिया है। कांति
- भोपाल। कभी-कभी ऐसा प्रतीत होता है कि मध्य प्रदेश में कांग्रेसी नेताओं को अजीबो-गरीब बयान देने की बीमारी है। इस बार मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कांति लाल भूरिया ने जो बयान दिया है उसने राजनीतिक भूचाल मचा दिया है। कांति
- हाल ही में मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष बनाए गए अनसूचित जनजाति मामलों के मंत्री कांति लाल भूरिया को उनके मंत्रालयी जिम्मेदारियों से मुक्त किया जा सकता है ताकि वह भाजपा शासित राज्य में पार्टी से जुडे कार्य पर पूरा समय दे सकें.
- मध्य प्रदेश सूबे का प्रतिनिधित्व करने वाले चार में से तीन मंत्री कांति लाल भूरिया, ज्योतिरादित्य सिंधिया और अरूण यादव ने शिवराज के इस फरमान पर अपनी गहरी नाराजगी जताई, पर कमल नाथ ने चिरपरिचित शांति का ही परिचय दिया।
- आलम यह है कि मध्य प्रदेश के कांग्रेसी क्षत्रप राजा दिग्विजय ंिसह, कमल नाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कुंवर अर्जुन सिंह, सुभाष यादव, कांति लाल भूरिया, श्री निवास तिवारी आदि ने चुनावों के तौर तरीकों पर अपनी असहमति जता दी है।
- पर उनकी पकड़ इतनी मजबूत है कि शायद ही उनका बाल बांका हो पाए | कांति लाल भूरिया के आदिवासी कल्याण मंत्रालय की उदासीनता के चलते जनजातीय बहुल इलाकों में कई कारणों से नाराजगी बढ़ी है, लोगों का झुकाव नक्सलवादियों के प्रति बढ़ा हैं।
- विपक्ष में बैठी कांग्रेस द्वारा बड़े बड़े होर्डिंग्स लगाकर केंद्र के पैसे का हिसाब पूछती नजर आती है, पर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष और सांसद कांति लाल भूरिया इस मामले को संसद में और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह इसे विधानसभा में उठाने से गुरेज ही करते आए हैं।
- इतना ही नहीं एमपी कोटे के केंद्रीय मंत्री कमल नाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कांति लाल भूरिया और अरूण यादव ने भी इस मामले में केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल या प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह से मिलना तो दूर उनसे पत्र व्यवहार करना भी अपनी शान के खिलाफ ही समझा है।