कामंदक वाक्य
उच्चारण: [ kaamendek ]
उदाहरण वाक्य
- शंकराचार्य ने कामंदक की टीका करते हुए मनुस्मृति (सप्तम्-22) को उद्धृत किया है, जहाँ यह कहा गया है कि संपूर्ण लोक दंड के भय के कारण ही जगत् का भोग संभव हो पाता है।
- शंकराचार्य ने कामंदक की टीका करते हुए मनुस्मृति (सप्तम्-22) को उद्धृत किया है, जहाँ यह कहा गया है कि संपूर्ण लोक दंड के भय के कारण ही जगत् का भोग संभव हो पाता है।