काव्य प्रयोजन वाक्य
उच्चारण: [ kaavey peryojen ]
उदाहरण वाक्य
- हार्दिक शुभकामनाएं! काव्य प्रयोजन (भाग-८) कला जीवन के लिए, राजभाषा हिन्दी पर मनोज कुमार की प्रस्तुति, पधारें
- रचनाकार का उद्देश्य भी तो उसके हृदय को स्पर्श करने का ही है, अन्यथा काव्य प्रयोजन ही समाप्त हो जाएगा।
- प्रथम परिच्छेद में काव्य प्रयोजन, लक्षण आदि प्रस्तुत करते हुए ग्रंथकार ने मंमट के काव्य लक्षण “तददोषौ शब्दार्थों सगुणावनलंकृती पुन:
- रचनाकार का उद्देश्य भी तो उसके हृदय को स्पर्श करने का ही है, अन्यथा काव्य प्रयोजन ही समाप्त हो जाएगा।
- यश, अर्थ, व्यवहार, अर्थ निवृति, परम सुख और कांता सम्मितोपदेश, मम्मटी द्वारा ये काव्य प्रयोजन बताए गए हैं।
- (२) संस्कृत के आचार्यों के विचार (लिंक), (३)पाश्चात्य विद्वानों के विचार (लिंक), (४) नवजागरणकाल और काव्य प्रयोजन (५) नव अभिजात्यवाद और काव्य प्रयोजन (लिंक)
- (२) संस्कृत के आचार्यों के विचार (लिंक), (३)पाश्चात्य विद्वानों के विचार (लिंक), (४) नवजागरणकाल और काव्य प्रयोजन (५) नव अभिजात्यवाद और काव्य प्रयोजन (लिंक)
- काव्य प्रयोजन (भाग-3) पाश्चात्य विद्वानों के विचार पिछले दो पोस्टों मे हमने काव्य-सृजन का उद्देश्य और संस्कृत के आचार्यों के विचार की चर्चा की थी।
- याद रखने वाली बात है कि काव्य प्रयोजन किस उद्देश्य से काव्य लिखा जाता है-यश, स्वात:सुखाय, समाज-कल्याण, आत्म-संतुष्टि, सामाजिक प्रीति, ज्ञान-वर्द्धन आदि…
- 3 पढने के लिए लिंक देना-भामह ने अपने ग्रन्थ काव्यालंकार में काव्य प्रयोजन पर विचार करते हुए यश प्राप्ति को भी काव्य का एक प्रयोजन माना है ।