कुछ ना कहो वाक्य
उच्चारण: [ kuchh naa kho ]
उदाहरण वाक्य
- टीवी पर अपनी शुआत करने से पहले कुछ ना कहो आर राजा को रानी से यार हो गया जसी फिमों में अपने करियर की शुआत करने वाली अभिनेी जेनिफर विंगेट की टीवी पर सगम जसे धारावाहिक से शानदार आमद हइ थी।
- ऐश की फिल्म “ कुछ ना कहो ” के सेट से ऐसी खबरें आईं कि सलमान ने ऐश्वर्या के साथ हाथापाई की है, लेकिन ऐश्वर्या ने इस बात से इंकार कर दिया. पर बात कहां खत्म होने वाली थी.
- से करीना कपूर के साथ २००० में की, परन्तु सफलता करीना को मिली[2]अगले चार साल की अवधि में बच्चन ने कई फिल्में बिना किसी बड़ी बॉक्स ऑफिस की सफलता के की, जैसे की अपनी पत्नी ऐश्वर्या राय के साथ कुछ ना कहो (
- से करीना कपूर के साथ २००० में की, परन्तु सफलता करीना को मिली[2] अगले चार साल की अवधि में बच्चन ने कई फिल्में बिना किसी बड़ी बॉक्स ऑफिस की सफलता के की, जैसे की अपनी पत्नी ऐश्वर्या राय के साथ कुछ ना कहो (
- ' कुछ ना कहो ' फिल्म के बाद खूबसूरत अदाकारा ऐश्वर्या राय को एक बार फिर रोहन सिप्पी के साथ काम करने का मौका मिला है, लेकिन इस बार ये दोनों किसी फिल्म के निर्माण को लेकर नहीं बल्कि लक्स के विज्ञापन को लेकर करीब आए हैं।
- समाज में प्रेम भाव हो कोई किसी से डरे नहीं जो टैक्स बनता हो दे, सरकार तो इनकम पर टैक्स लेगी खुल कर इनकम करो, चोरी छिपे लाखो का व्यापार अब नहीं चलेगा, सरकार और समाज दोनों को नुक्सान अब नहीं, बाबा कहते थे कुछ ना कहो, सही है
- अभिषेक ने अपने कैरियर की शुरुआत जेपी दत्ता (J.P. Dutta) की साधारणतया सफल फिल्म रिफ्यूजी (Refugee) से करीना कपूर के साथ २००० में की, परन्तु सफलता करीना को मिलीअगले चार साल की अवधि में बच्चन ने कई फिल्में बिना किसी बड़ी बॉक्स ऑफिस की सफलता के की, जैसे की अपनी पत्नी ऐश्वर्या राय के साथ कुछ ना कहो (Kuch Naa Kaho).
- ' ताल ', ' मोहब्बतें ', ' जोश ', ' देवदास ', ' कुछ ना कहो ', ' खाकी ', ' ब्राइड एण्ड प्रीजूडिस ', ' रेनकोट ', ' शब्द ', ' धूम-२ ', ' जोधा अकबर ', ' गुरु ' आदि फिल्मों में अभिनय कर ऐश्वर्या ने इतिहास रच दिया।
- मेरी ख्वाहिशो की अब कुछ ना कहो कि अब ख्वाब उतरते ही नहीं नींद के गाँव पाश की कविता का पन्ना खुला रहता है हरदम फिर भी नहीं बचा पाती हूँ सपनों का मर जाना क्या तुम्हारी जेब में कोई उम्मीद बाकी है क्या तुम्हें यकीन है कि जिन्दगी से बढ़कर कुछ भी नहीं और ये भी कि जिन्दगी बस तुम्हारे होने से है
- एक लम्हा जिन्दगी नाम है कुछ लम्हों का और उनमें भी वही एक लम्हा जिसमें दो बोलती आंखें चाय की प्याली से जब उठें तो दिल में डूबें डूब के दिल में कहें आज तुम कुछ ना कहो आज हम कुछ ना कहें बस यूं ही बैठे रहें हाथों में हाथ लिए ग़म की सौगात लिए गर्मी-ए-जज्बात लिए कौन जाने कि इसी लम्हे में दूर पर्वत पर कहीं बर्फ पिघलने ही लगे