कुमारसंभवम् वाक्य
उच्चारण: [ kumaaresnebhevm ]
उदाहरण वाक्य
- आत्म प्रवंचना से दूर कालिदास अपने विश्वस्तरीय ग्रंथो मेघदूतम्, रघुवंशम्, कुमारसंभवम्, अभिग्यानशाकुन्तलम् आदि के माध्यम से अमर हैं.
- रघुवंशम् में सम्पूर्ण रघुवंश के राजाओं की गाथाएँ हैं, तो कुमारसंभवम् में शिव-पार्वती की प्रेमकथा और कार्तिकेय के जन्म की कहानी है।
- अन्य रचनाओं में ' रंग' नामक उत्सव का वर्णन है जिनमें हर्ष की प्रियदर्शिका व रत्नावली तथा कालिदास की कुमारसंभवम् तथा मालविकाग्निमित्रम् शामिल हैं।
- रघुवंशम् में सम्पूर्ण रघुवंश के राजाओं की गाथाएँ हैं, तो कुमारसंभवम् में शिव-पार्वती की प्रेमकथा और कार्तिकेय के जन्म की कहानी है।
- अन्य रचनाओं में ' रंग' नामक उत्सव का वर्णन है जिनमें हर्ष की प्रियदर्शिका व रत्नावली[क] तथा कालिदास की कुमारसंभवम् तथा मालविकाग्निमित्रम् शामिल हैं।
- महाकवि कालिदासने कई महाकाव्यों की रचना की, जिनमें सात प्रसिद्ध हैं-रघुवंशम्, कुमारसंभवम्, मेघदूतम्, ऋतुसंहारम्, अभिज्ञानशाकुंतलम्, विक्रमोर्वशीयम्तथा मालविकाग्निमित्रम्।
- रघुवंशम् में सम्पूर्ण रघुवंश के राजाओं की गाथाएँ हैं, तो कुमारसंभवम् में शिव-पार्वती की प्रेमकथा और कार्तिकेय के जन्म की कहानी है।
- कुमारसंभवम् का प्रारंभ होता है-अस्तोत्तरस्याम् दिशि से, मेघदूतम् का पहला शब्द है-कश्चित्कांता, और रघुवंशम् की शुरुआत होती है-वागर्थविवा से।
- अन्य रचनाओं में ' रंग' नामक उत्सव का वर्णन है जिनमें हर्ष की प्रियदर्शिका व रत्नावली [क] तथा कालिदास की कुमारसंभवम् तथा मालविकाग्निमित्रम् शामिल हैं।
- अन्य रचनाओं में ‘ रंग ' नामक उत्सव का वर्णन है जिनमें हर्ष की प्रियदर्शिका व रत्नावली तथा कालिदास की कुमारसंभवम् तथा मालविकाग्निमित्रम् शामिल हैं।