कुमार सानु वाक्य
उच्चारण: [ kumaar saanu ]
उदाहरण वाक्य
- खासकर फिल्म के गानों ने पूरे देश में हंगामा मचा दिया था और फिल्म के गायक कुमार सानु, गायिका अनुराधा पोडवाल और संगीतकार नदीम-श्रवण सभी रातों-रात संगीत की दुनिया के सबसे चमकते सितारे बन गए थे.
- गुलशन कुमार हीरों के सच्चे पारखी थे, जिन्होंने चुना कुमार सानु, अलका याग्निक, अनुराधा पौडवाल और नितिन मुकेश को पार्श्वगायन के लिए, संगीत का जिम्मा सौंपा नदीम श्रवण को और गीतकार चुना समीर को.
- बिग ब्रेक सोंग्स के इस पहले सेगमेंट हम चर्चा कर रहे हैं कुमार सानु, उदित नारायण, अलका याग्निक, कविता कृष्णमूर्ति, सोनू निगम, शान, अलीशा चिनॉय, शंकर महादेवन और हरिहरण के करियर में आये बिग ब्रेक सोंग्स की-
- गायक कुमार सानु ने अपनी नई फ़िल्म “ ये सन्डे क्यों आता है ” के लिए चार बूट पोलिश करने वाले बच्चों को न सिर्फ़ अभिनय सिखाने के लिए अभिनय स्कूल में डाला बल्कि वो वापस अपने पुराने जीवन चर्या की तरफ़ न मुडें इस उद्देश्य से उनके लिए दो खोलियां (छोटे घर) भी खरीद दिए और उन्हें नियमित स्कूलों में दाखिल भी करवा दिया.
- चोंग्किंग, 9 3 हिंदी लेखकों की सूची, 10 3 पूर्णिमा वर्मन, 11 3 राम, 12 2 हरीलाल गान्धी, 13 2 ख़ेबर पख़तुन्ख़वा, 14 2 पई, 15 2 कुमार सानु, 16 2 फ़ारसी लिपि, 17 2 हैरी पॉटर और रहस्य के कक्ष (फ़िल्म), 18 2 अली ज़फ़र, 19 2 ऐरो (टीवी शृंखला), 20 2 मकबूल, 21 2 एयर
- मानवी जी आज तो सबको चक्कर आ गया होगा:) फिर भी कई हिंट दे सकता हूँ-पहला गाना किशोर कुमार ने नहीं गाया है पहला गाना महेंद्र कपूर ने नहीं गाया है पहला गाना नरेन्द्र चंचल ने नहीं गाया है पहला गाना अदनान सामी ने नहीं गाया है पहला गाना कुमार सानु ने नहीं गाया है न ही सोनू निगम और शान ने गाया है अब आप सबको कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए
- बिल आने पर उदित जी बोले “ओये यार मै तो निकला था गड्डी लेकर पर रस्ते में इक मोड़ आया मैं वहाँ पर्स छोड़ आया” जगजीत जी बोले“ये दौलत भी ले लो, ये शोहरत भी ले लो......फिर भी बिल के लिए पैसे कम पड़ेंगे ” कुमार सानु जी बोले “ये जो थोड़े से हैं पैसे, इससे बिल पे करुँ कैसे॥” अदनान जी टुकुर टुकुर हिमेश की तरफ़ देखने लगे “ यार मुझको भी तू लिफ्ट करा दे!”
- जहाँ शाहरुख़ के शुरूआती दिनों में कुमार सानु ने उनके गीतों को आवाज़ दी (कोई न कोई चाहिए..., और काली काली ऑंखें...), वहीँ बाद में उनकी रोमांटिक हीरो की छवि पर उदित नारायण की आवाज़ कुछ ऐसे जमी की सुनने वाले बस वाह वाह कर उठे, “डर” और “दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगें” के गीत आज तक सुने और याद किए जाते हैं.फ़िर हीरो की छवि बदली, पहले जिस नायक का लक्ष्य नायिका को पाना मात्र होता था, वह अब अपने कैरिअर के प्रति भी सजग हो चुका था.
- लोग कहते है कि जगजीत व्यक्तिगत तौर पर साधारण जीवन यापन करते थे | हाँ एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा था कि उन्हें घोडो कि दौड का शौक है | मेरे कुछ मित्रों ने उन्हें मुम्बई रेस कोर्स में भी देखा था | जगजीत कला के विस्तार के हिमायती थे, ये मैंने जगजीत के मुह से तो नहीं परन्तु कई अन्य कलाकारी जैसे, सोनू निगम, कुमार सानु, रूप कुमार राठौर, जसविंदर नरुला आदि नए कलाकारों के साक्षात्कारो में सुना कि नए कलाकारों के प्रोत्साहन में व्यक्तिगत रुचि लेते थे |