कुशध्वज वाक्य
उच्चारण: [ kushedhevj ]
उदाहरण वाक्य
- आप भरत और शत्रुघ्न को आज्ञा दीजिये कि वे कुशध्वज की दोनों कन्याओं, माण्डवी एवं श्रुतकीर्ति, को अपनी-अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार करें।
- अगस्त्य मुनि ने आगे कहा, ” एक दिन हिमालय प्रदेश में भ्रमण करते हुये रावण ने अमित तेजस्वी ब्रह्मर्षि कुशध्वज की कन्या वेदवती को तपस्या करते देखा।
- उन्होंने अपनी तथा अपने कनिष्ठ भ्राता कुशध्वज की अन्य तीन कन्याओं उर्मिला, माण्डवी तथा श्रुतकीर्ति का विवाह भी क्रमशः लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के साथ कर दिया।
- लगता यही है कि सीता के पिता और राम के श्वसुर होने के कारण सीरध्वज जनक मशहूर हो गए और इस संबंध का फायदा उनके भाई कुशध्वज को भी मशहूरी के रूप में मिला।
- रावण के जन्म की कथा (2)-उत्तरकाण्ड (3) अगस्त्य मुनि ने कथा को आगे बढ़ाया, “एक दिन हिमालय प्रदेश में भ्रमण करते हुये रावण ने ब्रह्मर्षि कुशध्वज की कन्या वेदवती को तपस्या करते देखा।
- उनकी इस बात को सुन कर जनक जी ने शतानन्द जी से कहा, ” हे गुरुवर! भाई कुशध्वज के कहने के अनुसार हमें शुभ रीतियों और विधि-विधानों के अनुसार कार्य प्रारम्भ करना चाहिये।
- सीता जिन विदेहराज जनक की बेटी थीं उनका नाम था सीरध्वज जनक और जिन कुशध्वज जनक की तीन बेटियों के साथ राम के शेष तीन भाइयों की शादी हुई थी, वे सीरध्वज के छोटे भाई थे।
- या तो सीरध्वज का मध्यम आयु में देहांत हो गया था या फिर कुशध्वज काफी दीर्घायु थे, क्योंकि सीरध्वज का कोई बेटा न होने के कारण, यानी सीता का कोई भाई न होने के कारण, कुशध्वज ही अपने भाई सीरध्वज के उत्तराधिकारी बने।
- या तो सीरध्वज का मध्यम आयु में देहांत हो गया था या फिर कुशध्वज काफी दीर्घायु थे, क्योंकि सीरध्वज का कोई बेटा न होने के कारण, यानी सीता का कोई भाई न होने के कारण, कुशध्वज ही अपने भाई सीरध्वज के उत्तराधिकारी बने।
- राजा दशरथ और जनक ने अपनी वंशावली का पूर्ण परिचय देकर सीता और उर्मिला का विवाह राम और लक्ष्मण से तय कर दिया तथा विश्वामित्र के प्रस्ताव से कुशध्वज की दो सुंदरी कन्याओं मांडवी-श्रुतकीर्ति का विवाह भरत तथा शत्रुघ्न के साथ निश्चित कर दिया।