खोवार वाक्य
उच्चारण: [ khovaar ]
उदाहरण वाक्य
- शीना, कश्मीरी और कोहिस्तानी जैसी अन्य दार्दी भाषाओँ के मुक़ाबले में खोवार पर ईरानी भाषाओँ का प्रभाव ज़्यादा है और इसमें संस्कृत के तत्व कम हैं।
- धी (लड़की) के समान धू, धउ (लड़का) रूप प्रचलित थे और इनके साथ धूत या धूर जैसे रूप थे जिनसे खोवार झूर, कलश का झूर्, ब्रज का छोरा-छोरी जैसे शब्द बने हैं।
- इनमें कश्मीरी, डोगरी और नेपाली के बारे में तो पाठकों ने जरूर सुना होगा लेकिन बलती, शीना, ब्रोशस्की और खोवार जैसी भाषाओं के नाम संभवत: उनके लिए जाने पहचाने नहीं रहे होंगे।
- धी (लड़की) के समान धू, धउ (लड़का) रूप प्रचलित थे और इनके साथ धूत या धूर जैसे रूप थे जिनसे खोवार झूर, कलश का झूर्, ब्रज का छोरा-छोरी जैसे शब्द बने हैं।
- रामविलास जी जो राह दिखा रहे हैं, उससे स्पष्ट है कि पश्चिमोत्तर सीमांत प्रांतों में बोली जाने वाली कलश या खोवार भाषाओं में वैदिक श का झ में रूपांतर नज़र आ रहा है।
- डॉ रामविलास शर्मा पश्चिमोत्तर क्षेत्रों खासतौर पर सुविस्तृत ईरान के संदर्भ में संस्कृत परिवार के पूर्ववैदिक स्वरूप की चर्चा करते हुए बताते हैं कि खोवार भाषा में झऊ का अर्थ बच्चा या पुत्र है।
- डॉ रामविलास शर्मा पश्चिमोत्तर क्षेत्रों खासतौर पर सुविस्तृत ईरान के संदर्भ में संस्कृत परिवार के पूर्ववैदिक स्वरूप की चर्चा करते हुए बताते हैं कि खोवार भाषा में झऊ का अर्थ बच्चा या पुत्र है।
- रामविलास जी जो राह दिखा रहे हैं, उससे स्पष्ट है कि पश्चिमोत्तर सीमांत प्रांतों में बोली जाने वाली कलश या खोवार भाषाओं में वैदिक श का झ में रूपांतर नज़र आ रहा है।
- मिसाल के तौर पर जहाँ संस्कृत में ' भूमि' शब्द है वहाँ खोवार भाषा में 'बुउम' है जिसमे आवाज़ मोटे स्वर से पतले स्वर की ओर जाती है (यानि मर्दाना स्वर से औरताना स्वर के तरफ़)।
- मिसाल के तौर पर जहाँ संस्कृत में ' भूमि' शब्द है वहाँ खोवार भाषा में 'बुउम' है जिसमे आवाज़ मोटे स्वर से पतले स्वर की ओर जाती है (यानि मर्दाना स्वर से औरताना स्वर के तरफ़).