गदाधर भट्ट वाक्य
उच्चारण: [ gadaadher bhett ]
उदाहरण वाक्य
- उनके बाद श्रृंगार की धारा में पद्माकर-सं. १ ८ १ ०-खुमानकवि, ठाकुर, दामोदर देव, मंचित, नवलसिंह कायस्थ झाँसी, प्रताप साहि चरखारी, पजनेस पन्ना, गदाधर भट्ट, सरदारकवि ललितपुर, भगवंत कवि पन्ना, ईसुरी, गंगाधरव्यास छतरपुर, ख्यालीराम चरखारी, भगवंत कवि पन्ना, ईसुरी, गंगाधरव्यास छतरपुर, ख्यालीराम चरखारी, आदि कवियों ने बुन्देली की श्रृंगार माधुरी को अनेक प्रकार से संवर्किद्धत किया है।
- वृन्दावन के प्राचीन श्री राधा गोविन्द मन्दिर के पाश्रर्व में स्थित योगपीठ का वर्णन बाराह पुराण, बाराह संहिता, गौतमी यटज, पदम पुराण, पाताल खण्ड, श्री मदभागवत, ब्रज भक्ति विलास, मथुरामहात्म आदि में पुष्ट प्रमाण से प्राप्त है৷ श्री गदाधर भट्ट जी कृत योग पीठ वर्णन में ब्रज भाषा पद में सादा विस्तार से उद्वृत है৷ बाराह संहिता के प्रथम पटल में वृन्दावन की कल्पना एक अष्टदल कमल के रूप में की गई है, जिसकी दलें केशी तीर्थ, द्वादिशादित्य टीला, वंशीवट, चीरघाट, गोमाटीला आदि का वर्णन है ৷