गाणपत्य वाक्य
उच्चारण: [ gaaaneptey ]
उदाहरण वाक्य
- प्राचीन काल में शैव, शाक्त, पाशुपत, भागवत, लकुलीश, गाणपत्य, पांचरात्र आदि तन्त्रों का प्रचलन इस देश में था।
- प्राचीन काल में शैव, शाक्त, पाशुपत, भागवत, लकुलीश, गाणपत्य, पांचरात्र आदि तन्त्रों का प्रचलन इस देश में था।
- यहाँ वैदिक देवताओं के साथ ही शैव, शाक्त, गाणपत्य, सौर, वैष्णव, जैन और बौद्ध धर्मों का संगम निरंतर प्रवाहित है।
- ब्रह्मा की पूजा क्यों नहीं की जाती? शैव, वैष्णव, शाक्त और गाणपत्य सम्प्रदायों को एकता के सूत्र में कैसे बांधा जा सकता है?
- विभिन्न उपासकों के बीच प्रतिस्पर्धा भी बढ़ने लगी, लेकिन तांत्रिक साधना में गाणपत्य, शैव और वैष्णव तंत्रों का सृजन और मनन होने लगा।
- गाणपत्य दीपों में गणपति, हाथी, मूषक, सर्प, शिवलिंग और रिद्धि-सिद्धि की आकृतियों को बनाया जाता है तो सौर दीप में सूर्य की आकृति बनाई जाती हैं।
- यहाँ सौर, शैव, शाक्त, गाणपत्य, वैष्णव, बौद्ध, जैन एवं सिद्धों के द्वारा प्रवर्तित देवी-देवताओं की पूजा-आराधना मिश्रित रूप मंे होती है।
- प्राचीन आगन अथवा तंत्राशास्त्रा में पांच प्रकार के सम्प्रदायों का प्रमुख रूप से उल्लेख है जिन्हें शैव, वैष्णव, सौर, शाक्त और गाणपत्य के नाम से जाना जाता है।
- उन्होंने अपने समय में प्रचलित सभी संप्रदायों / शैव, वैष्णव, गाणपत्य, सौर, शाक्य, बौद्ध, जैन आदि / को परस्पर जोड़ने का प्रयास किया।
- ठीक वैसे ही जैसे महादेव जी (शंकर) की उपासना करने वाले शैव, देवी (शक्ति) को अपना ईष्ट मानने वाले शाक्त और गणेश जी की पूजा करने वाले गाणपत्य कहलाते है।