गालव ऋषि वाक्य
उच्चारण: [ gaaalev risi ]
उदाहरण वाक्य
- भगवान विष्णु ने उस समय के राजा इंद्रद्युम्न से कह कर गालव ऋषि को अठारह हजार गायें देने को कहा।
- वर्तमान में ग्वालियर नाम का संबंध गालव ऋषि की पुण्य भूमि से लगाया जाता है, जो केवल एक भ्रम है।
- महाभारत में गरुड़ ने गालव ऋषि को बताया कि श्यहीं आकाश से गिरती गंगा को शिव ने अपनी जटा पर धारण कियाश्।
- मान्यता है कि सतयुग में गालव ऋषि ने यहां तपस्या की थी और गंगा की धारा को यहां तक लेकर आए थे।
- 16) ‚ यही परिभाषा ययाति ने अपनी पुत्री के लिये कही थी जब उसे गालव ऋषि को उपहार में दिया था।
- ग्वालियर को गालव ऋषि की तपोभूमि, वीरांगना लक्ष्मीबाई की अन्तिम कर्मभूमि के साथ तानसेन नगरी होने का गौरव भी मिला हुआ है ।
- उनकी कृपा-दृष्टि से सूर्यसेन रोगमुक्त हो गया और उसी ने गालव ऋषि के नाम पर ग्वालियर के किले का निर्माण कराया और जो बस्ती आबाद की उसका नामकरण किया ग्वालिआवर।
- (9) स्नेह का व्यापार बेकार मन को बढिया रोजगार एक सुरमय सुरम्य पर्व ग्वालियर को गालव ऋषि की तपोभूमि, वीरांगना लक्ष्मीबाई की अन्तिम कर्मभूमि के साथ तानसेन नगरी होने का गौरव भी मिला हुआ है ।
- तुम जानते हो, महादानी, महायोद्धा, महाकामी ययाति ने अपने को श्रीहीन और असमर्थ बताकर अपनी विदुषी और पितृभक्त आज्ञाकारिणी बेटी माधवी को गालव ऋषि को आठ सौ श्याम कर्ण अश्वों को प्राप्त करने के बदले में दे दिया था।
- महाभारत में इस तीर्थ का परिचय गरूड ने गालव ऋषि से इस प्रकार किया कि इसी स्थल पर त्रिलोकीनाथ भगवान शंकर ने राजा भगीरथ की तपस्या से प्रसन्न होकर आकाश से गिरती गंगा को अपने जटाओं में धारण किया और धरती पर जन कल्याण के लिए उतार दिया।