गोरक्षा आन्दोलन वाक्य
उच्चारण: [ gaoreksaa aanedolen ]
उदाहरण वाक्य
- जैसा कि परसाई जी ने कहा है ” अर्थशास्त्र जब धर्मशास्त्र के ऊपर चढ़ बैठता है तब गोरक्षा आन्दोलन के नेता जूतों की दुकान खोल लेते हैं. ”
- १ ८८ १ में स्वामी दयानन्द ने गोकरुणानिधि नामक पुस्तक प्रकाशित की जो कि गोरक्षा आन्दोलन को स्थापित करने में प्रमुख भूमिका निभाने का श्रेय भी लेती है।
- गोरक्षा आन्दोलन के दौरान गोहत्या तथा गोभाक्तो के नरसंहार के विरुद्ध पूरी के शंकराचार्य स्वामी निरंजन देव तीर्थ, संत प्रभुदत्त ब्रह्मचारी व् वीर जी ने अनशन किये.
- गोरक्षा आन्दोलन को योजनाब (ढंग से चलाने के लिए 25 पफरवरी, 1956 को नर्इ दिल्ली के कांस्टीच्यूशन क्लब में न्यायमूर्ति गुमान मल लोढ़ा की अ è यक्षता में सभा हुर्इ।
- जैसा कि परसाई जी ने कहा है ” अर्थशास्त्र जब धर्मशास्त्र के ऊपर चढ़ बैठता है तब गोरक्षा आन्दोलन के नेता जूतों की दुकान खोल लेते हैं. ” … ठीक वैसी ही स्थिति है.
- गोरक्षा आन्दोलन से सक्रिय रूप से जुड़े तथा इसी सन्दर्भ में 1954 में दिल्ली में गिरफ्तार हुए तथा 1955-56 में कलकत्ता के प्रेसीडेन्सी जेल में एवं 1971 में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बन्द हुए।
- सन १९६६-६७ के विराट गोरक्षा आन्दोलन के दोरान वीर महाराज ने गोरक्षा कानून बनाये जाने की मांग को लेकर १६६ दिन का अनशन करके पुरे संसार का ध्यान आकर्षित करने मैं सफलता प्राप्त की थी.
- सन १ ९ ६६-६ ७ के विराट गोरक्षा आन्दोलन के दोरान वीर महाराज ने गोरक्षा कानून बनाये जाने की मांग को लेकर १ ६६ दिन का अनशन करके पुरे संसार का ध्यान आकर्षित करने मैं सफलता प्राप्त की थी.
- इनके पिता ने १९६६ में सर्वदलीय गोरक्षा अभियान समिति के द्वारा चलाये गोरक्षा आन्दोलन में १६६ दिन का अनशन किया था व् स्वयम आचार्य धर्मेन्द्र जी ने भी गोरक्षा आन्दोलन ने ५२ दिन का अनशन किया था ==हिन्दू हितो के लिए “आदर्श हिन्दू संघ”==
- इनके पिता ने १९६६ में सर्वदलीय गोरक्षा अभियान समिति के द्वारा चलाये गोरक्षा आन्दोलन में १६६ दिन का अनशन किया था व् स्वयम आचार्य धर्मेन्द्र जी ने भी गोरक्षा आन्दोलन ने ५२ दिन का अनशन किया था ==हिन्दू हितो के लिए “आदर्श हिन्दू संघ”==