चंद्रकिशोर जायसवाल वाक्य
उच्चारण: [ chenderkishor jaayesvaal ]
उदाहरण वाक्य
- ऐसे लेखकों में सतीनाथ भादुड़ी, विभूतिभूषण मुखोपाध्याय, केदारनाथ बंद्योपाध्याय (बाङ्ला), फणीश्वरनाथ रेणु, नागार्जुन, मायानंद मिश्र, प्रफुल्ल कुमार सिंह ‘ मौन ', चंद्रकिशोर जायसवाल, शालिग्राम (हिन्दी), तारिक जमीली (उर्दू), साकेतानंद और रमेश (मैथिली) के नाम सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण हैं।
- हंस ने अपने प्रकाशन के शुरुआती वर्षों में ही उदय प्रकाश की तिरिछ, शिवमूर्ति की तिरिया चरित्तर, ललित कार्तिकेय का तलछट का कोरस, रमाकांत का कार्लो हब्शी का संदूक, चंद्रकिशोर जायसवाल की हंगवा घाट में पानी रे और आनंद हर्षुल की उस बूढे आदमी के कमरे में छापकर हिंदी कथा साहित्य में हलचल मचा दी थी ।
- ' नकबेसर कागा ले भागा ', ' दुखियादास कबीर ', ' बिशनपुर प्रेतस् य ', ' हिंगवा घाट में पानी रे ', ' मर गया दीपनाथ ', ' ' सिपाही ', ' कालभंजक ', ' आखिरी ईंट ', ' तर्पण ', ' आघातपुष् प ' और जैसी अप्रतिम कहानियॉं लिखनेवाले चंद्रकिशोर जायसवाल का यह आठवॉं उपन् यास है।
- यादव जी की इस बात में कोई अतिशयोक्ति नहीं है, हंस ने अपने प्रकाशन के शुरुआती वर्षों में ही उदय प्रकाश की तिरिछ, शिवमूर्ति कू तिरिया चरित्तर, ललित कार्तिकेय का तलछट का कोरस, रमाकांत का कार्लो हब्शी का संदूक, चंद्रकिशोर जायसवाल की हंगवा घाट में पानी रे और आनंद हर्षुल की उस बूढे आदमी के कमरे में छापकर हिंदी कथा साहित्य का एक नया जीवनदान दिया ।
- मैथिली कहानियाँ ‘ अपराजिता ' (राजकमल चैधरी), ‘ डर ' (केदार कानन), ‘ परलय ' (सुभाषचंद्र यादव), ‘ कोसी ' (नारायणजी) के साथ-साथ हिन्दी में नवरंग जायसवाल की कहानी ‘ कोसी मैया का दरेज ' और चंद्रकिशोर जायसवाल की कहानियाँ ‘ अगले साल फिर अगले साल ', ‘ बिशनपुर प्रेतस्य ' एवं ‘ हिंगवा घाट में पानी रे ' इस दृष्टि से उल्लेखनीय हैं।
- ब्यौहार प्रस्तुति परिकल्पना व निर्देशन वसंत काशीकर मूल कथा चंद्रकिशोर जायसवाल रूपांतर संजय गर्ग निर्देशक वसंत काशीकर अब तक जबलपुर में चार मंचन हरदा मध्यप्रदेश राज्य नाट्य समारोह उदयपुर, जोधपुर, बीकानेर पश्चिम क्षेत्र संास्कृतिक केन्द्र राष्ट्रीय नाट्य समारोह नागपुर दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र राष्ट्रीय नाट्य समारोह रंगाधार भोपाल राष्ट्रीय नाट्य समारोह इप्टा म प्र राज्य सम्मेलन शहडोल भारत पवर्, मंडला विवेचना का सोलहवां राष्ट्रीय नाट्य समारोह रोचक नाटकों का सफल समारोह विवेचना मध्यप्रदेश के जबलपुर शहर में काम करने वाली विख्यात संस्था है।