चान्द्रायण वाक्य
उच्चारण: [ chaanedraayen ]
उदाहरण वाक्य
- चन्द्र की कला के साथ भोजन घटता बढ़ता है अतः यह चान्द्रायण व्रत कहा जाता है।
- ऐसे एक समय की मुझे याद हैं कि जब उन्होंने चान्द्रायण का व्रत लिया था ।
- पश्चात्ताप और प्रायश्चित्त की भावना बढने से उन्होंने चान्द्रायण व्रत, तीर्थ, अनुष्ठान और प्रायश्चित्त किये।
- वह अतिथि कहता हैः ” मैंने कई चान्द्रायण व्रत किये हैं इसलिए मेरा शरीर कृश हो गया है।
- चान्द्रायण छंद में ११ और १ ० पर यति होती है परंतु लय इसी के समान धर्मी होती है।
- इसी के साथ वर्ष में कम से कम तीन बार चान्द्रायण व्रत के साथ सवालक्ष गायत्री अनुष्ठान अवश्य करना चाहिए।
- वह एक स्वप्न था और यह तपस्वी सचमुच काशी में चान्द्रायण व्रत करने गया? इस बात को ठीक से देखना चाहिए।
- जिन पापों का यहां हम विचार कर रहें हैं उनके प्रायश्चित के लिए-चान्द्रायण व्रत, महासांतपन व्रत, सांतपन व्रत, गौदान इत्यादि करना चाहिए।
- पलाश के पत्तों से बनी पत्तल में किया गया भोजन चान्द्रायण व्रत एवं एकादशी व्रत के समान पुण्य प्रदान करने वाला माना गया है।
- हमारे यहाँ निर्जल और चान्द्रायण आदि अनेक प्रकार के दूसरे उपवास भी हैं, किसी की मृत्यु पर लंघन करना, शोक मनाने का चिह्न है।