छितवन वाक्य
उच्चारण: [ chhitevn ]
उदाहरण वाक्य
- कपिश्रेष्ठ ने वहाँ सरल (चीड़), कनेर, खिले हुए खजूर, प्रियाल (चिरौंजी), मुचुलिन्द (जम्बीरी नीबू), कुटज, केतक (केवड़े), सुगन्धपूर्ण प्रियंगु (पिप्पली), नीप (कदम्ब या अशोक), छितवन, असन, कोविदार तथा खिले हुए करवीर भी देखे।
- और जब मैंने सखियों को बताया कि गाँव की सीमा पर छितवन की छाँह में खड़े हो कर ममता से मैंने अपने वक्ष में उस छौने का ठण्ढा माथा दुबका कर अपने आँचल से उसके घने घुँघराले बाल पोंछ दिये तो मेरे उस सहज उद्गार पर सखियाँ क्यों कुटिलता से मुसकाने लगीं यह मैं आज तक नहीं समझ पायी!
- उसे खूब सराहना मिली तो भारती जी को कृष्ण से संबंधित ' छितवन ' वृक्ष की याद आती-छितवन की छाँह में नटवर नागर कृष्ण कन्हैया जब तमाम गोपियों के साथ शरत पूर्णिमा की रात में रास रचाते थे उसे महारास कहा जाता था, क्यों कि उस रात भगवान के नृत्य की गति इतनी तेज़ होती थी कि हर गोपी यही समझती थी कि कृष्ण केवल उसी के साथ नाच रहे हैं।
- उसे खूब सराहना मिली तो भारती जी को कृष्ण से संबंधित ' छितवन ' वृक्ष की याद आती-छितवन की छाँह में नटवर नागर कृष्ण कन्हैया जब तमाम गोपियों के साथ शरत पूर्णिमा की रात में रास रचाते थे उसे महारास कहा जाता था, क्यों कि उस रात भगवान के नृत्य की गति इतनी तेज़ होती थी कि हर गोपी यही समझती थी कि कृष्ण केवल उसी के साथ नाच रहे हैं।
- हम इनसानों का रोना-कलपना और आँसू तो सबने देखे, पर कोई नहीं देख पाया कि छितवन अपनी हज़ार-हज़ार आँखों से कितना रोया, कितना रोया कि उसकी आँखों के आँसू भी सूख गए होंगे, तभी न आठ-दस दिन बाद जब शरत पूर्णिमा आई तब हमारी इमारतवाले लोगों ने देखा कि अरे, इस बार फूल खिलने की बजाय मुरझाने क्यों लगे हैं? खुशबू में कसैलापन क्यों आ गया है?