जगदम्बा प्रसाद दीक्षित वाक्य
उच्चारण: [ jegadembaa persaad dikesit ]
उदाहरण वाक्य
- मुझे दरअसल रचनाएं पसन्द हैं जैसे जगदम्बा प्रसाद दीक्षित का ‘ मुर्दाघर, हिमांशु जोशी का ‘ कगार की आग ', पानू खोलिया का ‘ सत्तर पार के शिखर ', राही मासूम रज़ा का ‘
- लोकार्पण समारोह के अध्यक्ष तथा वरिष्ठ कथाकार जगदम्बा प्रसाद दीक्षित ने कहा कि “ पत्थर पर दूब ” एक भारतीय सैनिक कमांडो की ऐसी प्रेम कथा है जो फौजी जीवन की अंदरूनी तथा बाहरी दुनिया से हमें रूबरू कराती है।
- 1995 में वे मेरे पास दीप्ति और मयंक को छोड़ कर देह त्याग गईं. डा. धर्मवीर भारती, जगदम्बा प्रसाद दीक्षित, एवं विश्वनाथ सचदेव के मार्गदर्शन में उसी वर्ष से उनके नाम पर इंदु शर्मा कथा सम्मान की स्थापना की.
- पिछले दिनों शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थियेटर में अखिल भारतीय रंग एवं कला मंच ' डिजाइन इंडिया' द्वारा भारत में पहली बार, बांग्ला उपन्यासकार शरत्चन्द्र की अमर कृति देवदास पर आधारित तथा प्रख्यात लेखक श्री जगदम्बा प्रसाद दीक्षित द्वारा मंच के लिए रूपान्तरित नाटक देवदास की दो सफल प्रस्तुतियां अभिमन्यु पांडेय के निर्देशन में की गई।
- पिछले दिनों शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थियेटर में अखिल भारतीय रंग एवं कला मंच ' डिजाइन इंडिया ' द्वारा भारत में पहली बार, बांग्ला उपन्यासकार शरत् चन्द्र की अमर कृति देवदास पर आधारित तथा प्रख्यात लेखक श्री जगदम्बा प्रसाद दीक्षित द्वारा मंच के लिए रूपान्तरित नाटक देवदास की दो सफल प्रस्तुतियां अभिमन्यु पांडेय के निर्देशन में की गई।
- जगदम्बा प्रसाद दीक्षित शिव सेना के मुखपत्र ‘ सामना ' के स्तंभकार रहे हैं और शिव सेना से अपनी वैचारिक नजदीकियों के ही चलते ‘ मनसे ' के साहित्यिक मंच से सम्बद्ध हैं. हाँ, एक समय उन्होंने ‘ मुर्दाघर ' सरीखा बहुचर्चित उपन्यास और ‘ गंदगी और जिन्दगी ' सरीखी कुछ कहानियां हिन्दी में जरूर लिखी थीं.
- इस ग्रन्थ में राजेन्द्र यादव, परमानन्द श्रीवास्तव, असग़र वजाहत, जगदम्बा प्रसाद दीक्षित, ज़कीया ज़ुबैरी, ज्ञान चतुर्वेदी, पुष्पा भारती, सूर्यबाला, धीरेन्द्र अस्थाना, प्रेम जनमेजय, सूरज प्रकाश, शम्भु गुप्त, अजय नावरिया के साथ साथ ब्रिटेन, कनाडा, अमरीका एवं यू. ए.ई. के लेखकों आलोचकों के लेख शामिल हैं।
- सूर्यबाला, सुधा अरोड़ा, जगदम्बा प्रसाद दीक्षित, शेखर जोशी, गोविंद मिश्र, मनहर चौहान, आबिद सुरती, ओमा शर्मा, दामोदर खड़से, रजनी गुप्त, अल्पना मिश्र और वंदना राग सरीखे कहानीकारों ने हमारे यहां कहानी पाठ करके अगर बैंकरों का दिल जीता तो राजेन्द्र यादव और वेद राही ने भी अपनी उपस्थिति से महाविद्यालय को गरिमा प्रदन की।
- जैसे जगदम्बा प्रसाद दीक्षित का मुर्दाघर, पानू खोलिया का सत्तर पार के शिखर, जगदीश चंद का कभी न छोड़ें खेत, श्रीलाल शुक्ल का राग दरबारी, हिमांशु जोशी का कगार की आग, ज्ञान चतुर्वेदी का बारामासी, चित्रा मुद्गल का आंवां, संजीव का जंगल जहां शुरू होता है, सूरज प्रकाश का देस बिराना, नरेन्द कोहली की दीक्षा, विभूति नारायण राय का तबादला मेरी प्रिय पुस्तकों में से हैं।
- और मुझसे सवाल किया जाने लगा, “ भाई तेजेन्द्र शर्मा, जब तुम हो भगवाधारी, तो भला असग़र वजाहत, संजीव, विभूति नारायण राय जैसे लोगों को सम्मानित कैसे करते हो? और मुख्य अतिथि के तौर पर गिरीश करनाड, जगदम्बा प्रसाद दीक्षित और रवीन्द्र कालिया को कैसे बुला लेते हो? ” मुझे नहीं लगता कि मेरे लिये ऐसे सवालों के जवाब देना ज़रूरी है।