जयजयवंती सम्मान वाक्य
उच्चारण: [ jeyjeyventi semmaan ]
उदाहरण वाक्य
- 11 सितम्बर 2008 को सांय भारत की राजधानी नई दिल्ली स्थित इंडिया हैबीटेट सेंटर में संपन्न जयजयवंती सम्मान से सम्मानित होने वाली इंटरनेट पर अभिव्यक्ति और अनुभूति पत्रिकाओं के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार और संवर्धन में निरंतर संलग्न बहुमुखी प्रतिभा की धनी हिन्दी हितैषी माननीया पूर्णिमा वर्मन जी ने यह उद्गार व्यक्त किए।
- वेब पर हिंदी को लोकप्रिय बनाने के अपने प्रयत्नों के लिए उन्हें २००६ में भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद, साहित्य अकादमी तथा अक्षरम के संयुक्त अलंकरण अक्षरम प्रवासी मीडिया सम्मान, 2008 में रायपुर छत्तीसगढ़ की संस्था सृजन सम्मान द्वारा हिंदी गौरव सम्मान तथा दिल्ली की संस्था जयजयवंती द्वारा जयजयवंती सम्मान से विभूषित किया जा चुका है।
- 11 सितम् बर 2008 को सांय भारत की राजधानी नई दिल्ली स्थित इंडिया हैबीटेट सेंटर में संपन्न जयजयवंती सम्मान से सम्मानित होने वाली इंटरनेट पर अभिव्यक्ति और अनुभूति पत्रिकाओं के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार और संवर्धन में निरंतर संलग्न बहुमुखी प्रतिभा की धनी हिन्दी हितैषी माननीया पूर्णिमा वर्मन जी ने यह उद्गार व्यक्त किए।
- जबकि दिल्ली में हीं भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद, साहित्य अकादमी तथा अक्षरम के संयुक्त अलंकरण “ प्रवासी मीडिया सम्मान ”, जयजयवंती द्वारा जयजयवंती सम्मान, रायपुर में सृजन गाथा के “ हिंदी गौरव सम्मान ”, विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर द्वारा मानद विद्यावाचस्पति (पीएच. डी.) की उपाधि तथा केंद्रीय हिंदी संस्थान के मोटूरि सत्यनारायण पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है ।
- कार्यक्रम में 34 वां काका हाथरसी पुरस्कार मुम्बई के हास्य कवि श्री आशकरण अटल को प्रदान किया गया तथा डायमण्ड पब्लिकेशंस के श्री नरेन्द्र कुमार के सौजन्य से वरिष्ठ साहित्यकार श्री अजित कुमार को हिन्दी सॉफ्टवेयर ' सुविधा ' से सज्जित एक लैपटॉप भेंट किया गया तथा ' जयजयवंती सम्मान ' से नवाज़ा गया साथ ही चित्र कला संगम के सचिव पद्मश्री वीरेन्द्र प्रभाकर एवं डायमण्ड पब्लिकेशंस के सौजन्य से एक पुस्तिका का लोकार्पण भी हुआ।
- वेब पर हिंदी को लोकप्रिय बनाने के अपने प्रयत्नों के लिए उन्हें २ ०० ६ में भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद, साहित्य अकादमी तथा अक्षरम के संयुक्त अलंकरण अक्षरम प्रवासी मीडिया सम्मान, २ ०० ८ में रायपुर छत्तीसगढ़ की संस्था सृजन सम्मान द्वारा हिंदी गौरव सम्मान [2], दिल्ली की संस्था जयजयवंती द्वारा जयजयवंती सम्मान तथा केन्द्रीय हिन्दी संस्थान के पद्मभूषण डॉ॰ मोटूरि सत्यनारायण पुरस्कार [3] से विभूषित किया जा चुका है।