जैन ग्रन्थ वाक्य
उच्चारण: [ jain garenth ]
उदाहरण वाक्य
- (ङ) जैन ग्रन्थ ‘ अनुयोग द्वार ' में ‘ असंख्येय ' का मान 10 ऊपर 140 तक सामने आता है।
- इस कालावधि की निर्मम गाथा हमें बौद्ध और जैन ग्रन्थ आज भी सुनाते हैं (दिव्यवादान, अशोकवादान, आदि महायान ग्रन्थ).
- [4] एक अन्य प्राचीन जैन ग्रन्थ तीर्थ माला चैत्यवंदन में अहिक्षेत्र का शिवपुर नाम भी बताया गया है-'वंदे श्री करणावती शिवपुरे नागद्रहे नाणके'।
- जैन ग्रन्थ विविधतीर्थकल्प में अयोध्या को ऋषभ, अजित, अभिनंदन, सुमति, अनन्त और अचलभानु-इन जैन मुनियों का जन्मस्थान माना गया है।
- 7. ‘ कल्पसूत्र ' नामक जैन ग्रन्थ के अनुसार ढाई हजार वर्ष पूर्व आज के ही दिन भगवान महावीर स्वामी ने अपनी ऐहिक लीला संवरण की थी ।
- कृष्ण तृतीय के ही शासन काल में ' अवलंक ' और ' विद्यानन्द ' ने जैन ग्रन्थ ' आप्त मीमांसा ' पर ' अष्टशती ' एवं ' अष्टसहस्त्री ' टीकाएँ लिखीं।
- पाश्र्वनाथ के उपसर्गों तथा बाहुबली के पाश्र्वों में उनके शरीर से लिपटी लता वल्लरियों को हटाती हुई विद्याधरियोंका अंकन पूरी तरह दिगम्बर परम्परा के अनुरूप और जैन ग्रन्थ हरिवंशपुराणएवं महापुराण पर आधारित है.
- सहस्त्रों कि संख्या में ग्रंथों का संकलन देश में कई स्थानों पर सुलभ है, परन्तु हस्तलिखित पुरातन बहुमूल्य जैन ग्रन्थ ऐसा मूल्यवान संग्रह उत्तर भारत में शायद ही दुसरे जगह हो.
- इन ग्रन्थों के अतिरिक्त कथा-कोष, पुण्याश्रव-कथाकोष, त्रिलोक प्रज्ञस्ति, आवश्यक सूत्र, कालिका पुराण, कल्प सूत्र, उत्तराध्ययन सूत्र आदि अनेक जैन ग्रन्थ भारतीय इतिहास की सामग्रियां प्रस्तुत करते हैं।