जोधपुर रेलवे स्टेशन वाक्य
उच्चारण: [ jodhepur relev seteshen ]
उदाहरण वाक्य
- जोधपुर रेलवे स्टेशन से सोजती गेट और वहां कुंज बिहारी मंदिर की ओर के संकरे रास्ते पर नगर निगम के ट्रेक्टर अपनी हैसियत से ज्यादा की सड़क को घेर कर खड़े होंगे.
- और हम भी टहलते हुए अचानक ही जा पहुंचे जोधपुर रेलवे स्टेशन के अहाते की उसी मशहूर किताबों की दुकान पर जहां सईद क़ादरी, डॉ सत्यनाराण, रघुनंदन त्रिवेदी के साथ चर्चा होती।....
- पुलिस ने उस आधार पर शनिवार को जोधपुर रेलवे स्टेशन के पास से मध्यप्रदेश के राजगढ़ निवासी सूरज सांसी, रुखसाना पत्नी बालकिशन सांसी, मुगावली निवासी टेकसिंह कांछी, लक्ष्मीपुरा छबड़ा निवासी ककूड़ी पत्नी प्रहलाद सिंह सांसी को पकड़ा।
- जोधपुर रेलवे स्टेशन की लाईन नम्बर 3 तथा 4 पर सीमेन्ट के नये फर्श का कार्य पूरा हो गया है, अत: 10 पैसेंजर रेलगाडियों का संचालन पूर्व की भांति, जोधपुर रेलवे स्टेशन से ही करने का निर्णय लिया गया है ।
- जोधपुर रेलवे स्टेशन की लाईन नम्बर 3 तथा 4 पर सीमेन्ट के नये फर्श का कार्य पूरा हो गया है, अत: 10 पैसेंजर रेलगाडियों का संचालन पूर्व की भांति, जोधपुर रेलवे स्टेशन से ही करने का निर्णय लिया गया है ।
- जोधपुर रेलवे स्टेशन पर पत्रकारों से बातचीत में इस परिवार के मुखिया ने कहा कि भारत और पाकिस्तान अपनी क्रिकेट टीमों को साथ खिलाने के लिए योजनाएं बनाने में मशगूल हैं और पाकिस्तान में आये दिन हिन्दू लड़कियों और औरतों के साथ हिन्दू होने के कारण “ बलात्कार ” किये जाने की खबरें, मीडिया के माध्यम से लगातार आती रहती हैं।
- उत्तर पश्चिम रेलवे के जनसम्पर्क अधिकारी गोपाल शर्मा के अनुसार जोधपुर रेलवे स्टेशन की लाईन नम्बर 3 तथा 4 के धरातल पर, सीमेन्ट के नये फर्श का निर्माण कार्य 9 जनवरी 2013 से शुरु किया गया था, यह रेल लाईन रेल संचालन के लिये उपलब्ध नही होने के कारण, कुछ रेलगाडियों का संचालन अस्थाई तौर पर जोधपुर रेलवे स्टेशन के स्थान पर भगत की कोठी तथा राई का बाग स्टेशन से किया जा रहा था ।
- उत्तर पश्चिम रेलवे के जनसम्पर्क अधिकारी गोपाल शर्मा के अनुसार जोधपुर रेलवे स्टेशन की लाईन नम्बर 3 तथा 4 के धरातल पर, सीमेन्ट के नये फर्श का निर्माण कार्य 9 जनवरी 2013 से शुरु किया गया था, यह रेल लाईन रेल संचालन के लिये उपलब्ध नही होने के कारण, कुछ रेलगाडियों का संचालन अस्थाई तौर पर जोधपुर रेलवे स्टेशन के स्थान पर भगत की कोठी तथा राई का बाग स्टेशन से किया जा रहा था ।
- पन्ना लाल पन्नल से ले कर कमल शर्मा राही तक के सफ़र में कोई पचास नाम कवियों के लिए जा सकते थे इनमे महाविद्यालय के एक प्रवक्ता मैं मैं और तू तू की कविता कर ख़ुद को धनी जानते थे नामवर सिंह और प्रो विमल के शिष्य डॉ आईदान सिंह भाटी अपना खार पता नही कहाँ निकालते थे पर जोधपुर रेलवे स्टेशन के बाहर हर शाम जुटने वाले रचनाकारों के बीच नियमित अन्तराल पर वे अपनी साहित्यिक भूख मिटा आते थे।