ज्योतिष सिद्धान्त वाक्य
उच्चारण: [ jeyotis sidedhaanet ]
उदाहरण वाक्य
- ज्योतिष सिद्धान्त के अनुसार उपरोक्त नक्षत्रों में से कोई नक्षत्र हो और ये वार हों तो सुंदर स्थिति मानी जाती है. 3.तिथि विचार (
- ज्योतिष शास्त्री कहते हैं कि ज्योतिष सिद्धान्त के अनुसार इस प्रश्न का उत्तर नहीं दिया जाना चाहिए परंतु मनुष्य जिज्ञासु प्राणी है अत:
- ज्योतिष सिद्धान्त के अनुसार जिस दिन चन्द्र, मंगल, बृहस्पति और शुक्र नीचस्थ हों या अस्त हों उस दिन यज्ञ और हवन नहीं करना चाहिए।
- यह तो रही आम बातें, लेकिन ज्योतिष सिद्धान्त के अनुसार देखें तो दिन और रात हमारे स्वभाव और प्रकृति पर भी प्रभाव डालते हैं।
- ज्योतिष सिद्धान्त के अनुसार हर नक्षत्र का अपना प्रभाव होता है (As per aspects of Astrology each nakshatras have it own Effects) ।
- यह तो रही आम बातें, लेकिन ज्योतिष सिद्धान्त के अनुसार देखें तो दिन और रात हमारे स्वभाव और प्रकृति पर भी प्रभाव डालते हैं।
- ज्योतिष सिद्धान्त के अनुसार जो व्यक्ति ज्येष्ठा नक्षत्र में जन्म लेते हैं वे नौकरी में हों अथवा व्यवसाय मे दोनों ही में इन्हें कामयाबी मिलती है।
- ज्योतिष सिद्धान्त के अनुसार जिन व्यक्ति का जन्म रात के समय होता है वे कम बोलेने वाले होते हैं यानी चुप चाप रहना पसंद करते हैं।
- ज्योतिष सिद्धान्त में मुहुर्त के संदर्भ में यह माना जाता है कि शुभ तिथि में अगर आप कार्य करें तो आपको शुभ परिणाम मिलता है (
- ज्योतिष सिद्धान्त के अनुसार जिन व्यक्ति का जन्म रात के समय होता है वे कम बोलेने वाले होते हैं यानी चुप चाप रहना पसंद करते हैं।