तारा मण्डल वाक्य
उच्चारण: [ taaraa mendel ]
उदाहरण वाक्य
- सूराय विश्वचक्षसे ॥२॥ सबको प्रकाश देने वाले सूर्यदेव के उदित होते ही रात्रि के साथ तारा मण्डल वैसे ही छिप जाते है, जैसे चोर छिप जाते है॥२॥ ५८९.अदृश्रमस्य केतवो वि रश्मयो जनाँ अनु ।
- उल्का मण्डल, तारा मण्डल और ग्रह मण्डल के बीच हमारी पृथ्वी अपेक्षया छोटी हो गयी-लेकिन अचरज की बात थी कि उसी अनुपात में हम छोटे नहीं हुए! अधूरे विज्ञान-ज्ञान का शायद यही फल होता है।
- उस तत्वज्ञान को (धीतीयः) पीने अर्थात् ग्रहण करने वाला (पय्र्य द्रवत्) सर्वत्र समर्थ प्रभु की शक्ति का प्रभाव देखता है, उसे लगता है (नक्षे) तारा मण्डल में चांद की रोशनी रूपी (जाः) तीन लोक के उपज्ञान विचार हैं वे ऐसे है जैसे (सूर्यस्य) सूर्य के उदय होने पर (द्रोणम्) किरण कि रोशनी के समक्ष (न) नहीं के समान होते हैं।