थेवा कला वाक्य
उच्चारण: [ thaa kelaa ]
उदाहरण वाक्य
- थेवा कला के लिए विख्यात प्रतापगढ़ के राजसोनी परिवार के निम्नांकित सदस्यों को अब तक आठ राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं-
- संयोग से पूरे राज्य में थेवा कला का कोई अलग (एक्सक्लूसिव) एम्पोरियम नहीं खुला है, जब कि इस आभूषण कला के निर्यात की पर्याप्त संभावनाएं हैं.
- काँच पर सोने की परत चढ़ा कर उस पर लघु चित्रकारी एवं मीनाकारी की यह अनूठी व बेजोड़ थेवा कला देश विदेश में अत्यधिक लोकप्रिय है।
- थेवा कला के क्षेत्र में कार्यरत एक ही परिवार के सदस्यों को सर्वाधिक राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने के लिए प्रतापगढ़ के राजसोनी परिवार का नाम ‘
- संयोग से पूरे राज्य में थेवा कला का कोई अलग (एक्सक्लूसिव) एम्पोरियम नहीं खुला है, जब कि इस आभूषण कला के निर्यात की पर्याप्त संभावनाएं हैं.
- सांगानेरी-बगरू, कोटा डोरिया, बंधेज की साडयां, चद्दरों के साथ ही यहां बहुमूल्य, कीमती पत्थरों के गहने, थेवा कला की नई डिजाईनों में सजे आईटम्स, लाख की चूडयां, कडे,
- थेवा कला ' विभिन्न रंगों के कॉंच को चांदी के महीन तारों से बनी फ्रेम में डालकर उस पर सोने की बारीक कलाकृतियां उकेरने की अनूठी कला है।
- इस प्रकार इस शिल्प कला का ब्रिटिश बाजार के लिये रास्ता खुल गया और यूरोपीय गहनों में भी थेवा कला के काम को अपनी विशिष्टता प्राप्त हो गयी।
- लुप्त होती जा रही इस अनूठी थेवा कला को आधुनिक फैशन की विविध डिजाईनों में ढालकर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में लोकप्रिय बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
- थेवा कला राजस्थान में प्रतापगढ़ की मीनाकारी कला थेवा कला कहलाती है. इसमें कांच पर सोने की कलाकारी की जाति है.थेवा कला अपनी विशिष्टता के लिए जानी जाति है.