दादा लेखराज वाक्य
उच्चारण: [ daadaa lekheraaj ]
उदाहरण वाक्य
- इस संस्था की स्थापना के लिए दादा लेखराज ने अपना विशाल कारोबार कलकत्ता में अपने साझेदार को सौंप दिया।
- इस संस्था की स्थापना दादा लेखराज ने की, जिन्हें व आज हम प्रजापिता ब्रह्मा के नाम से जानते हैं।
- ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा प्रकाशित ज्ञान मुरलियों में भी शिवबाबा से पहले दादा लेखराज (पिताश्री) का नाम डाल दिया गया है।
- दादा लेखराज ने हीरे-जवाहरात का व्यापार शुरू किया और देखते ही देखते वे इस व्यापार में विश्व प्रसिद्ध हो गए।
- इस संस् था की स् थापना दादा लेखराज ने की, जिन् हें आज प्रजापिता ब्रह्मा के नाम से जानते हैं।
- इस संस् था की स् थापना के लिए दादा लेखराज ने अपना विशाल कारोबार कलकत् ता में अपने साझेदार को सौंप दिया।
- तीनों विदुषियों ने बारी-बारी से दादा लेखराज जी द्वारा आरंभ किए गए इस मिशन की मान्यताओं के बारे में विस्तार से बताया गया।
- अगर यशोदा और दादा लेखराज दोनों ही एक ही स्वभाव संस्कार के थे तो यज्ञ को पालन करने वाली कौन होनी चाहिए? यशोदा होनी चाहिए।
- रवीश भाई ; माँ साहेब प्रतिभा जी से कहिये न दादा लेखराज (कृपलानी नहीं) से हमारी भारतीय क्रिकॆट टीम का भविष्य भी पूछ लें...
- दादा लेखराज के मुख के द्वारा सुनाई गई ज्ञान मुरलियों में निराकार परमात्मा शिव ने गीता एवं गीता ज्ञानदाता के संबंध में निम्नलिखित महावाक्य उच्चारे हैं: