धिम्मी वाक्य
उच्चारण: [ dhimemi ]
उदाहरण वाक्य
- विजित लोगों की हैसियत ही बदल जाती है (वे धिम्मी हो जाते हैं) और देश के पुराने कानून को फेंक कर उन पर शरियत लागू कर दी जाती हे।
- अतः विजित क्षेत्रों के केवल स्वामी ही नहीं बदलते बल्कि उन्हें बाध्यकारी सामूहिक (मज़हबी) विचारधारा के अन्तरगत लाया जाता है और धिम्मी स्थिति के अपवाद सहित उन पर परिपक्व प्रशासनिक तंत्र का नियंत्रण होता है।
- आपके समाधान के अनुसार जो इस्लाम की आलोचना करे और हिन्दुओं पर मुस्लिम अत्याचार की बात करे वह साम्प्रदायिक है तब तो भारत के प्रत्येक हिन्दू को धिम्मी बन कर जीना पडेगा क्योंकि इसके विपरीत तो 1 प्रतिशत हिन्दू भी देश में नहीं मिलेगा।
- इसके अन्य कारन जिजिया कर जो धिम्मी (काफ़िर) लोगो पर लगाया जाता था से भी बचा जा सकता था | तत्कालीन कठोर जाती व्यवस्था के कारन दलित जातीय, ऊँची हिंदू जातियों द्वारा सामाजिक अत्याछार अपमान से परेशां होकर सूफीयों द्वारा मुस्लिम बन गई।
- विश्व पर शासन की आकाँक्षा लिये कट्टरपंथी इस्लाम का आन्दोलन उसके लिये दुस्वप्न सा लगता है और अपने ही देश में धिम्मी होने का भय किसी भी प्रकार नहीं जाता और ऐसे में सेक्युलरिज्म के नाम पर जब हिन्दू लाँछित और अपमानित होता है तो उसका भय और भी बढ्ता है।
- विश्व पर शासन की आकाँक्षा लिये कट्टरपंथी इस्लाम का आन्दोलन उसके लिये दुस्वप्न सा लगता है और अपने ही देश में धिम्मी होने का भय किसी भी प्रकार नहीं जाता और ऐसे में सेक्युलरिज्म के नाम पर जब हिन्दू लाँछित और अपमानित होता है तो उसका भय और भी बढ्ता है।
- और मैने ये भी जाना की ' या तो अतीत अमूर्त होता है या हमारा, विशेषतः हिंदुओं का अतीत अमूर्त है, गौरवशाली तो कत्तई नही!!! आप ' धिम्मी ' मानसिकता के मूर्त रूप हैं मिश्रा जी गाफिल-आपके बारे में कुछ भी कहना छोटा मुँह बड़ी बात होगी.
- फोग रासमुसेन को अंकारा का समर्थन जीतने के लिये जिस बाधा को पार करना पडा उसे उनके पद पर नियुक्त होने के बाद धिम्मी जैसी टिप्प्णी से समझी जा सकती है; ” नाटो के महासचिव के रूप में बडे स्पष्ट रूप से मैं मुस्लिम जगत तक जाऊँगा ताकि मुस्लिम जगत के साथ सहयोग और वार्तालाप तीव्र कर सकूँ।
- हिंदुओं के धर्म परिवर्तन के कई कारन थे जिनमे घोर अत्याचार और आर्थिक दबाव प्रमुख थे |मुस्लिम शासको शासन में संरक्षण और सामाजिक गतिशीलाता के कारन यह परिवर्तन हो पाया | इसके अन्य कारन जिजिया कर जो धिम्मी (काफ़िर) लोगो पर लगाया जाता था से भी बचा जा सकता था|तत्कालीन कठोर जाती व्यवस्था के कारन दलित जातीय, ऊँची हिंदू जातियों द्वारा सामाजिक अत्याछार अपमान से परेशां होकर सूफीयों द्वारा मुस्लिम बन गयी | [1]