नन्द वंश वाक्य
उच्चारण: [ nend vensh ]
उदाहरण वाक्य
- चाणक्य को भी तो अंततः एक चंद्रगुप्त की ही ज़रूरत पड़ी नन्द वंश के सफाए के लिए.
- चाणक्य को भी तो अंततः एक चंद्रगुप्त की ही ज़रूरत पडी नन्द वंश के सफाए के लि ए.
- (1) नन्द वंश-शूद्र (2) मौर्य वंश-अज्ञात कुलशील (चाणक्य चन्द्रगुप्त को 'वृषल-कुलहीन' कहता है)
- ३ ४४ ई. पू. में शिशुनाग वंश का अन्त हो गया और नन्द वंश का उदय हुआ ।
- बाद में यही चन्द्रगुप्त ने नन्द वंश को समाप्त किया और मगध का राजा बना और पाटलिपुत्र उसकी राजधानी.
- उन्हें जानकारी मिली थी कि पंजाब के आगे उन्हें नन्द वंश और मगध की ताकतवर सेनाओं का सामना करना पड़ेगा।
- बाद में यही चन्द्रगुप्त ने नन्द वंश को समाप्त किया और मगध का राजा बना और पाटलिपुत्र उसकी राजधानी.
- मामूलनार प्रमुख प्राचीन तमिल कवि थे, जिन्होंने अपनी रचना में नन्द वंश एवं मौर्य वंश का उल्लेख किया है।
- भगवान विष्णु को पुत्र के रूप में प्राप्त करने के लिए नन्द वंश के राजा ने यहाँ पर तपस्या की थी।
- विष्णु पुराण में भी लिखा है कि कौटिल्य नामक ब्राह्मण नन्द वंश का विनाश करेगा और चन्द्रगुप्त मौर्य को राजा बनायेगा।