नवल किशोर प्रेस वाक्य
उच्चारण: [ nevl kishor peres ]
उदाहरण वाक्य
- अमिय कहते हैं, ” महाभारत का अनुशासन पर्व, लिंग पुराण या ऐसे कई प्रकाशन मुंशी नवल किशोर प्रेस के उर्दू में उपलब्ध हैं.
- इस शोधागार के उर्दू खंड में लखनऊ के मुंशी नवल किशोर प्रेस की धरोहर यानी वर्ष 1870 से 1970 के बीच के संग्रह को शामिल किया गया है।
- नवल किशोर प्रेस अपने 90 वर्ष के जीवन में हमेशा घाटे में ही चला क् योंकि अखबार निकालना और पुस् तकों का प्रकाशन हमारे पूर्वजों का शैक था।
- मुंशी नवल किशोर प्रेस के वर्तमान में उत् तराधिकारी राजा रामकुमार प्रेस के मालिक डा: रंजीत भार्गव की हार्दिक इच् छा है कि ‘ अवध अखबार ' दोबारा निकले।
- कभी दिन-भर बैठे नज़ीर अकबराबादी के कविता संग्रह में बिंदुओं वाले ब्लैंक भरते रहते जो मुंशी नवल किशोर प्रेस ने सभ्यता की मांग और भारतीय क़ानून की वज्ह से ख़ाली छोड़ दिये थे।
- कभी दिन-भर बैठे नज़ीर अकबराबादी के कविता संग्रह में बिंदुओं वाले ब्लैंक भरते रहते जो मुंशी नवल किशोर प्रेस ने सभ्यता की मांग और भारतीय क़ानून की वज्ह से ख़ाली छोड़ दिये थे।
- “कभी दिन-भर बैठे नज़ीर अकबराबादी के कविता संग्रह में बिंदुओं वाले ब्लैंक भरते रहते जो मुंशी नवल किशोर प्रेस ने सभ्यता की मांग और भारतीय क़ानून की वज्ह से ख़ाली छोड़ दिये थे।”
- “कभी दिन-भर बैठे नज़ीर अकबराबादी के कविता संग्रह में बिंदुओं वाले ब्लैंक भरते रहते जो मुंशी नवल किशोर प्रेस ने सभ्यता की मांग और भारतीय क़ानून की वज्ह से ख़ाली छोड़ दिये थे।”
- मगर जहाँगीर के जमाने में मुल्ला मसीह ने ' मसीही रामायन ' नामक एक मौलिक रामायण की रचना की, पाँच हजार छंदों वाली इस रामायण को सन् 1888 में मुंशी नवल किशोर प्रेस लखनऊ से प्रकाशित भी किया गया था।
- ' अब नवल किशोर प्रेस के उदार विद्वान स्वामी मुंशी बिशन नारायणजी भार्गव ने साहित्यिक क्षेत्र को और भी विस्तृत करने का विचार किया है और इसी उददेश्य से उन्होंने माधुरी सी सर्वश्रेष्ठ मासिक पत्रिका को जन्म दिया जो इस समय हिंदी भाषा साहित्य की यथा साध्य सेवा कर रही है।