नागरी प्रचारिणी पत्रिका वाक्य
उच्चारण: [ naagari perchaarini petrikaa ]
उदाहरण वाक्य
- मलिक मुहम्मद जायसी तथा अन्य कवियों पर पाण्डेय जी के अन्य लेख भी नागरी प्रचारिणी पत्रिका में तथा अन्यत्र प्रकाशित हो चुके हैं।
- आचार्य शुक्ल ने 1912 में ही ‘ भाषा की शक्ति ' पर विचार करते हुए नागरी प्रचारिणी पत्रिका के जनवरी अंक में लिखा था:
- नागरी प्रचारिणी पत्रिका में उनके जो शोध प्रधान ऐतिहासिक निबन्ध प्रकाशित हुए उन्हें पढकर इतिहासज्ञ डॉक्टर काशीप्रसाद जायसवाल ने श्री रायकृष्णदास के घर पर जाकर उनका हार्दिक अभिनंदन किया था.
- नागरी प्रचारिणी पत्रिका में उनके जो शोध प्रधान ऐतिहासिक निबन्ध प्रकाशित हुए उन्हें पढकर इतिहासज्ञ डॉक्टर काशीप्रसाद जायसवाल ने श्री रायकृष्णदास के घर पर जाकर उनका हार्दिक अभिनंदन किया था.
- काशी की नागरी प्रचारिणी सभा के प्रबंधन में-नागरी प्रचारिणी पत्रिका, विशाल भारत, चांद, मतवाला, इंदु, माधुरी, हंस, सरस्वती आदि पत्रिकाएं हिंदी साहित्य के प्रचार-प्रसार का आधार बन गईं.
- नागरी प्रचारिणी पत्रिका में भी तुम्हारी एक रचना है-‘ कल्याणी परिणय ' नाटक! ‘‘ प्रसाद ने मुस्कुराते हुए मौन तोड़ा, ‘‘ कहीं की ईंट और कहीं का रोड़ा, भानुमति ने कुनबा जोड़ा!...
- ज़ैदी जाफ़र रज़ा जो हिन्दी लेखन में शैलेश ज़ैदी के नाम से जाने जाते हैं, हिन्दुस्तानी त्रैमासिक, सम्मेलान पत्रिका, नागरी प्रचारिणी पत्रिका आदि में अपने उच्च-स्तरीय आलेखों के कारण 1963 से निरन्तर छप रहे थे।
- मार्च, 1911 की ‘ नागरी प्रचारिणी पत्रिका ' में प्रकाशित ‘ हिंदी की पूर्व और वर्तमान स्थिति ' में मैंने यही कहा है कि “ कोई भाषा जितने ही अधिक व्यापारों में मनुष्य का साथ देगी उसके विकास और प्रचार की उतनी ही अधिक संभावना होगी. ”
- उचित वक्ता, भारत मित्र, हिंदी बंगवासी, नागरी प्रचारिणी पत्रिका, सरस्वती, हिंदू पञ्च, चाँद, शक्ति, कर्मवीर, प्रताप, माधुरी, मतवाला, सैनिक, हंस, वीणा, सुधा, आज आदि को भी इसी नज़र से देखा जा सकता है.
- पुस्तकालय में नियमित रूप से आने वाली सुप्रसिद्ध पत्र-पत्रिकाओं में राॅयल एशियाटिक सोयायटी, लन्दन ; एशियाटिक सोसायटी, कलकत्ता ; नागरी प्रचारिणी पत्रिका, वाराणसी और भारत इतिहास संशोधक-मण्डल, पूना, द इस्लामिक कल्चर, हैदराबाद, बंगाल पास्ट एण्ड प्रेजेण्ट, द इण्डियन हिस्टोरिकल, रिव्यू, द इकानामीक एण्ड सोशियल हिस्ट्री रिव्यू आदि विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं ।