निर्णयसागर वाक्य
उच्चारण: [ nirenyesaagar ]
उदाहरण वाक्य
- १ ९ ० ६ में निर्णयसागर प्रेस से यह रचना मणिराम की संस्कृत टीका के साथ छपी थी, जिसके अब तक अनेक संस्करण हो चुके हैं।
- इस क्षेत्र के जीर्णोद्धार हेतु युग संत पूज्य गुरुवर श्री 108 आचार्य विद्यासागर जी महाराज के दो बार पावन चरण इस क्षेत्र पर पडे एवं उन्ही के आशीर्वाद से पूज्य मुनिवर श्री निर्णयसागर जी, श्रा 108 अजितसागर जी, श्री 105 निर्भयसागर जी, परमपूज्य 105 आर्यिका आदर्शमति माता जी, परमपूज्य दृणमति माताजी एवं समय समय अन्य साधुओं के साथ साथ ब्रह्मचारी विनय भैया जी एवं ब्रह्मचारी बाबूलाल जी का प्रबंधसमिति एवं समाज को मार्गदर्शन मिल रहा है।