नीलाथोथा वाक्य
उच्चारण: [ nilaathothaa ]
उदाहरण वाक्य
- पुराना दमा हो तो एक ग्राम भुना हुआ नीलाथोथा और गुड़ बराबर मात्रा में लेकर आक के दूध में खरल करके 7-8 गोलियां बनाकर 1-1 गोली दिन में 2 बार सेवन करें।
- इसमें पारे गन्धक की कज्जली चार तोले, भुना हुआ सुहागा, सफेद कत्था, चीनी, कमेला, काली मिर्च, राल, मुर्दासंग, भुना हुआ नीलाथोथा, भुनी हुई फिटकड़ी, मैनशिल और गन्धक-ये सब दो-दो तोले लेवें ।
- फिर इसमें गन्धक, भुना हुआ सुहागा, सफेद कत्था, रेवन्द चीनी, कमीला, काली मिर्च, राल, मुर्दा संग, नीलाथोथा भुना हुआ, भुनी हुई फिटकड़ी-ये सब ढ़ाई-ढ़ाई तोले बारीक पीस कपड़छान करके ऊपर वाले तैल में मिला देवें और इसमें ४ तोले पारे गन्धक की कजली भी मिला दें और शीशी में भर लें ।
- पीपल, हल्दी, शंख की भस्म, सज्जी क्षार, कौंच के बीज, सैंधा लवण, निर्गुण्डी के पत्ते, चनगोटी के बीज, केशर, आसवों का कचरा, मूली, नीलाथोथा, नागकेशर, मुर्गे की बींठ, धतूरे के बीज और अजवायन-इन सब वस्तुओं को समभाग लेकर कपड़छान कर लें और एक भावना गाय के दूध की देकर सुरक्षित रखें ।