पंवरिया वाक्य
उच्चारण: [ penveriyaa ]
उदाहरण वाक्य
- अब ज़रा यहां गौर करें-' बाँझ गाय बाभन को दान, हरगंगे!/ मन ही मन खुश है जजमान, हरगंगे!...उसर बंज़र औ शमसान हरगंगे!/ संत बिनोवा पावें दान, हरगंगे!' पीछे हमारे बचपन में पंवरिया नाम की घुमंतू जाति के लोग आया करते थे.
- पर जरा सोचिये कि इन नौटंकियों में अधिकांशतः दलितों ने ही क्यों भाग लिया? तमाम नाच यथा हुड़का, पखावज, फरी, जांघिया, राई, लोरिकायन, पंवरिया, ये सब जाति विशेष के नाच थे और इनमें मात्र दलितों की ही भागीदारी थी ।