पद्मप्रभु वाक्य
उच्चारण: [ pedmeprebhu ]
उदाहरण वाक्य
- पादरड़ी बड़ी के पद्मप्रभु जैन दिगंबर मंदिर में मुनि आज्ञासागरजी ने धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में यदि आगे बढना है तो जिसने भी हम पर उपकार किया है उसे कभी नहीं भूलना चाहिए।
- विविध प्रतिमा दीर्घा में खरसाडू से प्राप्त 10 वी शदी की लघु आकार की मूर्तियाँ, सुदरासन से प्राप्त 9 वीं शदी की विराट प्रस्तर प्रतिमाएं, गौराऊ से प्राप्त ऋषभनाथ, पार्श्वनाथ, आदिनाथ व पद्मप्रभु की जैन धातु प्रतिमाएं, जायल से प्राप्त पार्श्वनाथ तथा रघुनाथगढ़ से प्राप्त महिषासुरमर्दिनी प्रतिमाएं हैं.
- १: ऋषभदेव जी २: अजितनाथ जी ३: सँभवनाथ ४: अभिनन्दन जी ५: सुमतिनाथ जी ६: पद्मप्रभु जी ७: सुपार्श्वनाथ जी ८: चन्द्रप्रभु जी ९: सुविधिनाथ जी १०: शीतलनाथ जी ११: श्रेयांसनाथ जी १२: वासुपुज्य जी १३: विमलनाथ जी १४: अनन्तनाथ जी १५:
- १: ऋषभदेव जी २: अजितनाथ जी ३: सँभवनाथ ४: अभिनन्दन जी ५: सुमतिनाथ जी ६: पद्मप्रभु जी ७: सुपार्श्वनाथ जी ८: चन्द्रप्रभु जी ९: सुविधिनाथ जी १०: शीतलनाथ जी ११: श्रेयांसनाथ जी १२: वासुपुज्य जी १३: विमलनाथ जी १४: अनन्तनाथ जी १५: धर्म
- जैन सिद्ध क्षेत्र: गोपाचल ग्वालियर ग्वालियर के विभिन्न नाम ग्वालियर गौरव-गोपाचल गोपाचल का पहुँच मार्ग अतिशय पार्श्वनाथ क्षेत्र गोपाचल एक पत्थर की बावड़ी (दक्षिण-पूर्व समूह) गोपाचल दुर्ग गोपाचल की श्रेष्ठता गोपाचल के जिन मंदिर एवं प्रतिमाएँ गोपाचल के गुहा मंदिर गोपाचल का त्रिशलगिरि समूह गोपाचलगढ़ का नैमिगिर समूह पद्मप्रभु समूह प्रतिमा समूह बावनगजा तीर्थक्षेत्र गोपाचल शिलालेख मोहम्मद गौस का मकबरा बनाम चंद्रप्रभु जैन मंदिर गोपाचल के निकटवर्ती तीर्थ क्षेत्र गोपाचल ग्वालियर गढ़ के शासक गोपाचल से जुड़े प्रमुख पुरुष