पांडुरंग वामन काणे वाक्य
उच्चारण: [ paanedurenga vaamen kaan ]
उदाहरण वाक्य
- पांडुरंग वामन काणे का जन्म 7 मई 1880 को महाराष्ट्र के रत्नागिरि ज़िले के दापोली नामक गाँव में एक चितपावन ब्राह्मण परिवार में हुआ था।
- आपने श्री भगवान दास, महर्षी डॉ. धोंडो केशव कर्वे, बिधन चन्द्र रॉय, डॉ. पांडुरंग वामन काणे का नाम तो सुना ही होगा.
- पांडुरंग वामन काणे (अंग्रेज़ी: Pandurang Vaman Kane, जन्म: 7 मई 1880-18 अप्रॅल, 1972) संस्कृत के एक विद्वान् एवं प्राच्यविद्याविशारद थे।
- पांडुरंग वामन काणे ने गोत्र और प्रवर का अंतर बतलाते हुए कहा है कि गोत्र उन ऋषियों के नाम हैं जो परम्परा द्वारा अनेक पीढ़ियों से किसी वंश या व्यक्ति के पूर्वज माने जाते हैं ;
- महामहोपाध्याय डॉ पांडुरंग वामन काणे अपने धर्मशास्त्र का इतिहास में पुराणों के हवाले से लिखते हैं कि जुआ वह खेल है जो पासे अथवा हाथीदांत के गुटकों से खेला जाए और जिसमें कोई न कोई बाजी ज़रूर हो।
- महामहोपाध्याय डॉ पांडुरंग वामन काणे अपने धर्मशास्त्र का इतिहास में पुराणों के हवाले से लिखते हैं कि जुआ वह खेल है जो पासे अथवा हाथीदांत के गुटकों से खे ला जाए और जिसमें कोई न कोई बाजी ज़रूर हो।
- महामहोपाध्याय डा. पांडुरंग वामन काणे द्वारा लिखित ‘ धर्मशास्त्र का इतिहास ' में अस्पृश्यता के सम्बन्ध में दी हुई जानकारी से यह अंदाज मिला कि: ‘‘ स्मृतियों में वर्णित अन्त्यजों के नाम आरम्भिक वैदिक साहित्य में भी आए हैं।
- श्री भगवान दास, महर्षी डॉ. धोंडो केशव कर्वे, बिधन चन्द्र रॉय, डॉ. पांडुरंग वामन काणे, हो सकता है, अपने क्षेत्र में इनका नाम हो, हमने नहीं सुना इसलिए क्यूंकि ये हिंदी भाषी नहीं हैं.
- महामहोपाध्याय डॉ पांडुरंग वामन काणे धर्मशास्त्र का इतिहास में आथर्वण ज्योतिष (आथर्वण यानी अथर्ववेद के ज्ञाता ज्योतिषी) के हवाले से लिखते हैं कि अगर व्यक्ति सफलता चाहता है तो उसे तिथि, नक्षत्र, करण एवं मुहूर्त पर विचार करके कर्म या कृत्य करना चाहिए।
- सर्वपल्ली राधाकृष्णन · आनन्द मोहन बोस · आशुतोष मुखर्जी · धोंडो केशव कर्वे · पांडुरंग वामन काणे · बिधान चंद्र राय · भगवान दास · सर सैयद अहमद ख़ाँ · सिस्टर निवेदिता · दादा भाई नौरोजी · हज़ारी प्रसाद द्विवेदी · गुरुदास बनर्जी