बदरुद्दीन अजमल वाक्य
उच्चारण: [ bedrudedin ajeml ]
उदाहरण वाक्य
- उन्होंने एक पार्टी बनाया था जिसे उन्होंने बदरुद्दीन अजमल की पार्टी में विलीन कर दिया था लेकिन इस घटना में जो तृणमूल और सीपीएम में जो बड़े मुस्लिम नेता हैं, ये उनका षड़यंत्र है।
- 2) एनके सिंह (जद यू) = मई 2008 से अब तक कुल 13 यात्राएं, 92 दिन (अमेरिका, चीन, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, ग्रीस, डेनमार्क) 3) बदरुद्दीन अजमल (जी हाँ, वही असम के इत्र वाले, बांग्लादेशी शरणार्थी प्रेमी) = अगस्त
- श्री बदरुद्दीन अजमल (धुबरी): सभापति महोदय, मैं सबसे पहले अपने भाई श्री जय प्रकाश अग्रवाल, जो प्रस्ताव लाए हैं, सिर्फ इसलिए कि इस प्रस्ताव को जय प्रकाश अग्रवाल जी लाए हैं, मैं इसका सौ प्रतिशत समर्थन करता हूं।
- असम जमीयत उलेमा के नेता और असम यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एयूडीएफ) के अध्यक्ष बदरुद्दीन अजमल ने कहा, '' अगर व्यक्ति विशेष या समूहों को कानून व्यवस्था हाथ में लेने दिया गया तो स्थिति खतरनाक हो सकती है।
- में चुनौती देता हू, क्या किसी हिंदू में दम है की वो हिन्दुस्तान में हम मुसलमानों के वोटिंग करने पर पाबंदी लगाकर दिखाये? ”-मौलाना बदरुद्दीन अजमल, लोकसभा सांसद, AIUDF, असम.
- असम में भी बदरुद्दीन अजमल के नेतृत्व वाले असम संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (एयूडीएफ) को अपने साथ लाने की कोशिशों के साथ मुख्य सहयोगी बीपीएफ (हग्रामा) को भी बांधे रखने की कायद कांग्रेस कर रही है।
- असम की हिंसा के बाद बाहर नफरत फैलाने का आरोप लगा बजरंग दल ने आल इंडिया यूनाईटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के अध्यक्ष तथा धुबड़ी के सांसद बदरुद्दीन अजमल को गिरफ्तार करने की मांग में 27 अगस्त को असम बंद का आह्वान किया।
- गत दिनों इसी सिलसिले में हिंदुस्तान एक्सप्रेस के परवेज़ सुहाइब अहमद, हमारा समाज के खालिद अनवर, सहाफ़त के हसन शुजा और अखबार मशरिक़ के वसीमूल हक़ ने मौलाना अर्शद मद्नी और सांसद बदरुद्दीन अजमल के साथ प्रधान मंत्री से मुलाकात की।
- असम:-इस राज्य में कांग्रेस से अधिक निराश किया है भाजपा ने… दस साल के गोगोई शासन, मूल असमियों पर बांग्लादेशी गुण्डों द्वारा अत्याचार, कांग्रेसियों द्वारा खुलेआम बदरुद्दीन अजमल का समर्थन करने और अपना मुस्लिम वोट बैंक पक्का बनाये रखने का फ़ायदा कांग्रेस को मिला…।
- असम:-इस राज्य में कांग्रेस से अधिक निराश किया है भाजपा ने… दस साल के गोगोई शासन, मूल असमियों पर बांग्लादेशी गुण्डों द्वारा अत्याचार, कांग्रेसियों द्वारा खुलेआम बदरुद्दीन अजमल का समर्थन करने और अपना मुस्लिम वोट बैंक पक्का बनाये रखने का फ़ायदा कांग्रेस को मिला…।