बलदेव प्रसाद मिश्र वाक्य
उच्चारण: [ beldev persaad misher ]
उदाहरण वाक्य
- मानस के राजहंस डॉ. बलदेव प्रसाद मिश्र जी हिंदी की वह विरल विभूति हैं जिनकी वाणी ग्राम्य-कुटीर से लेकर राष्ट्रपति भवन तक गूंजी उन्हें सन 1939 में, हिंदी में लिखित शोध प्रबंध ' तुलसी दर्शन ' पर डी. लिट की उपाधि से अलंकृत किया गया था।
- अपनी कुछ सीमाओं के बावजूद यह स्मरण अंक उल्लेखनीय बन पड़ा है आशा है अगले स्मरण अंक में पं. सूर्यनारायण व्यास, डॉ. शिवमंगल सिंह 'सुमन' भाई रतन कुमार, श्री केशव पाठक, नर्मदा प्रसाद खरे, जीवनलाल वर्मा 'विद्रोही', रामकृष्ण श्रीवास्तव, डॉ. विनय दुबे, रामेश्वर शुक्ल अंचल, गिरिजा कुमार माथुर, भारतभूषण अग्रवाल, डॉ. धर्मवीर भारती, श्याम व्यास, कवि रामविलास शर्मा ('कविता में सुबह' वाले) डॉ. बलदेव प्रसाद मिश्र आदि को भी इस परिधि में सम्मिलित किया जाएगा
- छत्तीसगढ़ का गौरव बढ़ाने वाले साहित्यकारों में डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी, डॉ. बलदेव प्रसाद मिश्र, पद्मश्री सम्मान प्राप्त मुकुटधर पाण्डेय, पंडित द्वारिकाप्रसाद तिवारी ' विप्र ' कोदूराम ' दलित ', भगवती लाल सेन, केशव पांडे, इतिहासकार पंडित लोचनप्रसाद पाण्डेय,, प्यारेलाल गुप्त, बाबू मावली प्रसाद श्रीवास्तव, स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी डॉ. खूबचंद बघेल, कमल नारायण शर्मा, महान आध्यात्मिक चिंतक स्वामी आत्मानंद, छत्तीसगढ़ की प्रथम महिला सांसद मिनी माता, प्रसिद्ध पंथी नर्तक देवदास बंजारे, दानवीर तुलाराम आर्य और दान-दात्री बिन्नी बाई.